Uttar Pradesh: अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) की 85वीं बैठक गुरुवार को मंडलायुक्त गौरव दयाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई. इस बैठक में अयोध्या विस्तारित क्षेत्र की महायोजना-2031 (भाग-ख) को प्रस्तुत किया गया, जिसे बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। अब इसे अंतिम अनुमोदन के लिए शासन को भेजा जाएगा.
महायोजना-2031 का प्रस्तुतीकरण
बैठक के दौरान कंसल्टेंट द्वारा अयोध्या विस्तारित क्षेत्र की महायोजना-2031 का प्रस्तुतीकरण किया गया. बोर्ड के सदस्यों ने महायोजना के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया. महायोजना का उद्देश्य अयोध्या को एक आधुनिक और योजनाबद्ध शहर के रूप में विकसित करना है.
धर्मपथ प्रवेश द्वार और श्रीराम स्तम्भ का लोकार्पण
सीएसआर के तहत मेसर्स राजेश मसाला द्वारा वित्त पोषित धर्मपथ प्रवेश द्वार और ब्रावो फार्मा द्वारा वित्त पोषित श्रीराम स्तम्भ का लोकार्पण महापौर गिरीशपति त्रिपाठी और विधायक वेद प्रकाश गुप्ता द्वारा किया गया। इस अवसर पर मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
महायोजना-2031 पर केंद्रित बैठक
बैठक में महापौर, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्विनी कुमार पांडेय, जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। महायोजना का उद्देश्य शहर के विस्तार के साथ विकास को समग्र और संतुलित बनाना है.
अयोध्या के विकास के लिए यह महायोजना एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जो आने वाले वर्षों में शहर के स्वरूप को बदलने का लक्ष्य रखती है.