तीर्थ नगरी मथुरा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु वृंदावन अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए आते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. तीर्थ नगरी वृंदावन की समस्या की यदि बात की जाए तो प्रशासन यहां की समस्या को कम करने के लिए प्रयास तो करता है लेकिन वह प्रयास कभी सफल नहीं हो पाता. वृंदावन में बंदरों का आतंक कितना ज्यादा है यह सभी लोग जानते हैं. बंदर आए दिन लोगों पर हमला करके घायल करते हैं. ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. इसके बावजूद भी प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं करता है.
बुधवार को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें बंदरों द्वारा अमेरिकी सिटीजन पर हमला कर दिया. अमेरिकी सिटीजन बुरी तरह घायल हो गई और उपचार के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उनका ट्रीटमेंट किया गया.
कैलिफोर्निया की रहने वाली पुष्पा जिनकी उम्र 85 वर्ष है. वह वृंदावन धार्मिक यात्रा पर आई हुई थीं और अपने आराध्य के दर्शन करना चाहती थीं. लेकिन बुधवार की शाम मंदिर के रथ घर के बाहर किसी काम से जा रही थीं तभी बंदर अचानक उनके ऊपर कूद गया और उनका चश्मा ले गया. इस दौरान वो दीवार से जा टकराई जिसके चलते उनके शरीर में कई चोटे आई हैं.
महिला सिर में आई गंभीर चोट
बंदर द्वारा धक्का दिए जाने के बाद अमेरिकी महिला पुष्पा के सबसे ज्यादा सिर में चोट लगी है. साथ ही उनके हाथ और घुटनों में भी काफी चोट आई है. जब उनसे पूछा गया कि आखिर यह सब कैसे हुआ तो उन्होंने अपनी सारी घटना बताई. उन्होंने कहा कि मैं ऑनलाइन के माध्यम से एंबेसी में शिकायत करुंगी. साथ ही मैं अब कई विभागों के खिलाफ एफआईआर भी करूंगी. मेरी यात्रा लगभग एक हफ्ते की थी लेकिन चोट लगने के कारण मेरा शरीर अब साथ नहीं दे रहा है. मैं आज का प्रोग्राम खत्म करने के बाद एक-दो दिन में यहां से चली जाऊंगी.
‘एंबेसी में करूंगी शिकायत’
वही स्थानीय निवासी मृदुल कांत शास्त्री ने कहा कि यह मेरी बुआ जी हैं, जिनका नाम पुष्पा है. वह अमेरिका की रहने वाली हैं. यहां अपनी धार्मिक यात्रा पर आई थीं लेकिन यहां उनको चोट लग गई जिसकी वजह से यात्रा कम समय में पूरी करके वापस लौट रही हैं. यहां के जो भी प्रतिनिधि हैं या अधिकारी हैं वह बंदरों की समस्या पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं. अब बंदरों की समस्या को लेकर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी. यहां साल में कई लोगों की मौत बंदरों की वजह से होती है. इसके बाद भी प्रशासन कुंभकरण की नींद सोता रहता है.