सुल्तानपुर: दिल्ली के जंतर-मंतर पर वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुस्लिम समुदाय द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है, ओवैसी और इमरान मसूद जैसे नेता इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, इसी पर मंगलवार को सुल्तानपुर में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने हंसते हुए बड़ा खुलासा किया, ओपी राजभर ने कहा, एक बार लखनऊ में एक मीटिंग में कुछ नेताओं से बात हुई.
जब हमने उनसे पूछा तो उन्होंने साफ कहा कि, यह सब ‘नेतागिरी’ है, वोट बैंक की राजनीति हो रही है. कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा, कुछ ताकतवर मुसलमान ही अपने समुदाय के गरीब लोगों का हक लूट रहे हैं. वे वक्फ बोर्ड की जमीनों को खरीद-बेचकर बिना वजह पैसा कमा रहे हैं, सरकार की मंशा है कि, गरीब मुसलमानों, महिलाओं और युवाओं को भी वक्फ बोर्ड की संपत्ति का लाभ मिले.
उन्होंने कहा कि, वक्फ बोर्ड से जुड़े लोग जमीन को अपनी बताते हैं, डीएम से उसे खाली कराने की अपील करते हैं, लेकिन जब सरकार उनसे कानूनी दस्तावेज मांगती है, जैसे खसरा खतौनी या 1359 फसली के कागजात तो वे दिखाने में असमर्थ रहते हैं. ओपी राजभर ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर कहा, 2016-17 से पहले अपराधी बिना रोक-टोक के घूमते थे, जैसे ‘छुट्टा सांड’. लेकिन अब उन अपराधियों और माफियाओं पर पूरी तरह से लगाम लग चुकी है।पहले प्रदेश में आए दिन दंगे और कर्फ्यू लगते थे, लेकिन आज इस पर भी पूरी तरह से विराम लग गया है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ‘यूपी बर्बाद’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस और सपा सिर्फ नफरत की राजनीति करते हैं. आजादी के बाद पहली बार एनडीए सरकार में मुस्लिम बच्चे, जिन्हें पहले गुमराह किया जाता था, अब आईएएस परीक्षा पास कर रहे हैं। कल वे एसडीएम, सीडीओ और डीएम बनेंगे.