सुल्तानपुर जिले की राजनीति में आई एक तस्वीर ने हलचल मचा दी. तस्वीर किसी बाहरी की नहीं, बल्कि पूर्व मंत्री और जयसिंहपुर से दो बार विधायक रह चुके ओपी सिंह की है. विधानसभा चुनाव से डेढ़ साल पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ उनकी तस्वीर सामने आने से कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
ओपी सिंह 2002 और 2007 में जयसिंहपुर सीट से लगातार विधायक बने. बसपा सरकार में उन्हें खेल मंत्री बनाया गया था, बाद में वे कांग्रेस में भी गए, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में फिर से बसपा के टिकट पर मैदान में उतरे. जीत नहीं मिली, मगर भाजपा के वोट बैंक में उन्होंने सेंधमारी की थी. फिलहाल वे पूर्व विधायकों के संगठन के अध्यक्ष हैं और हाल ही में इसी सिलसिले में सीएम योगी से मुलाकात की थी.
सीएम योगी के आधिकारिक हैंडल से शेयर की गई इस तस्वीर में जिले के कई बड़े चेहरे भी दिखे – पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता मुईद अहमद, पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी और भाजपा नेता चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी. इस फोटो ने विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष के नेताओं की भी धड़कनें बढ़ा दी हैं. ओपी सिंह के रसूक की खासियत यह है कि वे जिस भी दल में रहे, उनका प्रभाव अंदर तक रहा. वे खुद मानते हैं कि उनके राजनीतिक गुरू पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह रहे.
यही वजह है कि सुल्तानपुर की राजनीति में उनका कद अब भी बडा माना जाता है. जयसिंहपुर विधानसभा का इतिहास भी दिलचस्प है. यहां से जिस दल का विधायक जीता, सत्ता की कमान उसी दल के हाथ में रही. इस समीकरण को देखते हुए ओपी सिंह की सक्रियता और उनकी CM योगी संग तस्वीर आगामी चुनावी गणित में अहम भूमिका निभा सकती है.