रायबरेली: उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर आज तीसरे दिन विकास क्षेत्र छतोह के प्रावि भगवतपुर,जगतपुर के प्रावि शंकरपुर,डलमऊ के प्रावि अवस्थीपुर,राही के प्रावि पैंतेमऊ,खीरों के प्रावि निधानखेडा आदि विद्यालयों में ग्रामवासियों,अभिभावकों एवं विद्यालय प्रबंध समिति के पदाधिकारियों के साथ ब्लाक के पदाधिकारियों ने बैठक की,बैठक में एक स्वर से विद्यालयों के मर्जर पर आक्रोश व्यक्त किया गया.
जिलाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों का मर्जर करके नौनिहालों को मौलिक शिक्षा से वंचित करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है. जिला मंत्री मुकेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि यदि मर्जर सकारात्मक कदम है तो फिर गुप-चुप तरीके से एक-एक स्कूल को क्यों आदेश थमाया जा रहा है. हरचंदपुर की ग्राम सभा गुनावर की प्रधान अनुराधा देवी ने कहा हमारी ग्राम सभा के प्रावि महुआखेडा के मर्जर की प्रक्रिया गतिमान है यह जहां भी मर्जर होगा वहां की दूरी दो से ढाई किलोमीटर है,नन्हे मुन्ने बच्चे कहां इतनी दूर जा पाएंगे. छतोह के प्रावि भगवतपुर की अभिभावक जगपता देवी ने कहा कि बच्चे इतनी ही दूर नहीं आ पाते तो दो तीन किलोमीटर कौन बच्चा जा पाएगा.
जगतपुर के अभिभावक केशव प्रसाद और प्रेमकली आक्रोशित हैं कि किसी सरकार ने स्कूल बनवाए तो यह सरकार उनको बंद कराने पर क्यों आमादा है. डलमऊ के अवस्थीपुर की विद्यावती और शनी ने कहा कि विद्यालय प्रबंध समिति और अभिभावकों की बात कोई सुनने को तैयार ही नहीं है. अमावां के प्रावि पचवर के अभिभावक हीरालाल ने मर्जर पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चे खासकर बेटियां किसी भी हालत में तीन किलोमीटर पढने नहीं जा पाएंगे. खीरों के प्रावि निधानखेडा की अभिभावकों ने एक स्वर में कहा कि विद्यालय कहीं नहीं जाना चाहिए. आज की बैठकों में ग्रामीणों ने सरकार द्वारा विद्यालय मर्जर की प्रक्रिया का एक स्वर से विरोध किया.