Uttar Pradesh: 100 के नकली नोटों के साथ पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा, जानिए पूरा मामला

Uttar Pradesh: बरेली में नकली नोटों के गिरोह पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है, ये दोनों आरोपी 100-100 रुपए के नकली नोटों को बाजार में खपाने की फिराक में थे.

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पुलिस को गोपनीय सूत्रों से सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह छापा मारा गया और आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। गिरफ्तार किए गए युवकों के पास से 51,400 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए हैं, यह गिरोह लंबे समय से नकली नोटों की खरीद-फरोख्त में लिप्त था और असली नोटों के बदले नकली नोटों का सौदा करता था। पुलिस इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है.

नकली करेंसी गिरोह का भंडाफोड़

गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी लंबे समय से नकली नोटों के कारोबार में लिप्त थे। उनके पास से 100-100 रुपए के 514 नकली नोट बरामद किए गए हैं, जिनकी कुल कीमत 51,400 रुपए बताई जा रही है। पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह बड़ी चालाकी से नकली नोटों को असली नोटों में बदलने का काम कर रहा था और इन्हें बाजार में खपाने की योजना बना रहा था.

बरेली के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले है

आरोपी गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मोहम्मद यामीन पुत्र मोहम्मद शफी उर्फ कल्लू, जो ग्राम टिटौली थाना फतेहगंज पश्चिमी का निवासी है, और अनमोल गुप्ता पुत्र विनोद गुप्ता, जो मोहल्ला बजरिया, दोहरा टांडा भोजीपुरा का रहने वाला है, शामिल हैं। दोनों को नकली नोटों के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। पूछताछ के दौरान इन दोनों ने बताया कि वे नकली नोटों को दुकानदारों और स्थानीय बाजारों में चलाने की योजना बना रहे थे.

30,000 रुपए असली के बदले 1 लाख रुपए के नकली नोट

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि ये आरोपी नकली नोटों की खरीद-फरोख्त में लिप्त थे। वे कीटिया जगन्नाथपुर थाना भोजीपुरा निवासी डंपी पुत्र शब्बीर से नकली नोट खरीदते थे। डंपी, जो अभी फरार है, 30,000 रुपए असली के बदले 1 लाख रुपए के नकली नोट उपलब्ध कराता था। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह लंबे समय से इस धंधे में सक्रिय था और कई अन्य लोगों को भी इसमें शामिल कर चुका था.

कैसे होती थी सप्लाई

गिरफ्तार किए गए आरोपी नकली नोटों को छोटे दुकानदारों, ठेले-खोमचे वालों और ग्रामीण क्षेत्रों में चलाने की फिराक में थे। इस तरह के लोग जल्दी नकली और असली नोटों की पहचान नहीं कर पाते, इसलिए इन्हें ठगना आसान होता था। इसके अलावा, त्योहारों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में भी ये लोग नकली नोट खपाने की कोशिश करते थे.

फतेहगंज पश्चिमी थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर किया गिरफ्तार

फतेहगंज पश्चिमी थाना पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ युवक नकली नोट लेकर घूम रहे हैं और इन्हें बाजार में चलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और संदिग्धों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जैसे ही आरोपी नकली नोटों के साथ पहुंचे, पुलिस ने उन्हें घेर लिया और मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया.

मुख्य आरोपी डंपी की तलाश

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की और उनके पास से 100-100 रुपए के कुल 514 नकली नोट बरामद किए। पुलिस अब फरार मुख्य आरोपी डंपी की तलाश कर रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह के अन्य कौन-कौन से सदस्य हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि ये नकली नोट कहां से बनाए जाते थे और क्या इसमें कोई अन्य गिरोह भी शामिल है.

पुलिस की आम जनता से अपील सतर्क रहे

एसपी नार्थ मुकेश चन्द्र मिश्रा का कहना है कि, फतेहगंज पश्चिमी पुलिस को मुखबिर के जरिये सूचना मिली थी कि दो लोग नकली नोट की सप्लाई करने जा रहे है. जिसके बाद पुलिस ने दोनों की घेरेबंदी कर दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से 100-100 रुपए के 514 नकली नोट बरामद किए गए हैं, जिनकी कुल कीमत 51,400 रुपए है। इसमें मुख्य आरोपी अभी फरार है। पुलिस जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लेगी, उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई से नकली नोटों के अवैध कारोबार को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे होली का त्यौहार है.

ऐसे में भीड़भाड़ ज्यादा होती है, इसलिए नकली नोटों से सतर्क रहें और कोई संदिग्ध नोट मिलने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें.

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