Uttar Pradesh: मुरादाबाद डसना मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने फिर एक बार अपने बयान देकर चर्चा में आ गए. इस बार यह बयान आरएसएस प्रमुख और मुसलमान के सबसे बड़े तीर्थ स्थल को लेकर दिया है हालांकि, नरसिंह आनंद अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहते हैं और वह विवादित बयानों को लेकर जाने जाते हैं.
मुरादाबाद आते समय पुलिस के कड़े पहरे ने उन्हें रोक इस बीच उनकी निगरानी में भी ले लिया. स्वामी नरसिंहानंद संभल के हरिहर मंदिर मुद्दे को लेकर प्रेस वार्ता करना थी इस पर पुलिस ने उन्हें इजाजत नहीं पुलिस टीम की निगरानी में उन ने एक बयान जारी कर दिया है. यह बयान काफी तीखा है नंद ने अपने बयान में आरएसएस प्रमुख को टारगेट करते हुए कहा है कि मोहन भागवत सनातन धर्म के धर्मगुरु नहीं है आगे उन्होंने कहा है कि, हर सनातनी यही चाहता है कि हिंदुस्तान में जितने भी मंदिर हैं उन्हें आजाद किया जाए, साथी उन्होंने अल्पसंख्यक मुसलमान समाज के सबसे बड़े तीर्थ स्थल को लेकर विवादित बयान दिया है उन ने कहा कि सऊदी अरब में जाकर खुदाई की जाए तो वहां भी शिवलिंग दिखाई देंगे.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने विगत दिनो कहा था कि हिंदुओं को हर मस्जिद के नीचे मंदिर की खोज बंद कर देनी चाहिए, इस बयान के बाद मोहन भागवत के इस बयान का स्वागत किया था और उसके बाद यह बयान काफी तेजी से ट्रेडिंग करने लगा था नरसिंहानंद ने कहा- भागवत क्या कहते हैं, उससे हमें मतलब नहीं है. इसके बारे में उनसे ही पूछिए. हर जगह हमारे मंदिर हैं. हमारे ये मंदिर हमें वापस मिलने चाहिए. क्यों नहीं मिलने चाहिए.
मरादाबाद पहुंचने से पहले ही उन्हें पुलिस ने बॉर्डर पर रोक लिया. नरसिंहानंद को पुलिस अपने साथ पाकबड़ा थाने ले गई है. यहां एसपी सिटी रण विजय सिंह ने यति नरसिंहानंद से कहा कि, उन्होंने कार्यक्रम की पूर्व अनुमति जिला प्रशासन से नहीं ली है. इसलिए उन्हें मुरादाबाद में कार्यक्रम नहीं करने दिया जाएगा. पुलिस ने नरसिंहानंद को थाने में SHO के कमरे में बैठाकर रखा.
दोपहर ढाई बजे यति नरसिंहानंद इस बात पर सहमत हो गए कि, वो मुरादाबाद नहीं जाएंगे. इसके बाद उन्हें थाने से रिहा कर दिया गया. एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि, नरसिंहानंद को कार्यक्रम की परमिशन नहीं होने की वजह से रोका गया था. उन्हें थाने ले जाया गया. समझाया गया तो वो वापस गाजियाबाद जाने के लिए मान गए हैं. इसलिए उन्हें वापस भेजा जा रहा है.
Uttar Pradesh: RSS प्रमुख को किया टारगेट, भागवत सनातन धर्म के धर्मगुरु नहीं- नरसिंहानंद
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