नौकरी का सपना दिखाकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले दो शातिर ठगों को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन ठगों ने एक युवक को अजरबैजान में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था, इसी के साथ ठगों ने 3 लाख रुपये ठग लिए. पुलिस ने आरोपियों के पास से 22 फर्जी पासपोर्ट, दो आइडेंटिटी कार्ड और अन्य फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं.
एजेंसी के अनुसार, वैशाली सेक्टर-3 के रहने वाले 30 वर्षीय दक्षिणांचल कुमार ने 19 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत में कहा कि उनके साथ अजरबैजान में नौकरी के नाम पर ठगी की गई है. इस मामले की शिकायत मिलते ही कौशांबी पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की.
पुलिस ने CCTV फुटेज व अन्य सुरागों की मदद से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के तुगलकाबाद के रहने वाले 34 वर्षीय मनीष कुमार और उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रहने वाले 24 वर्षीय शाहरुख के रूप में हुई है.
इस मामले में एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि मनीष कुमार ने वैशाली सेक्टर-1 में जय अंबे एंटरप्राइजेज नाम से ऑफिस खोल रखा था. वह लोगों से संपर्क करता था और उन्हें दुबई, कुवैत और मालदीव जैसे खाड़ी देशों में आकर्षक नौकरी का वादा करता था. मनीष इसके बाद लोगों से मोटी रकम वसूलता था. जब कोई व्यक्ति अपने पैसे या वीजा वापस मांगता था तो वह उन्हें शांत करने के लिए जाली दस्तावेज तैयार करता था.
पुलिस ने जब पूछताछ की तो मनीष ने कबूल किया कि उसने मई 2022 से अप्रैल 2023 तक साउथ अफ्रीका की कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम किया था. वहां से कमाए पैसे लेकर भारत लौटा और फिर शाहरुख के साथ मिलकर नौकरी की तलाश में आए लोगों को ठगना शुरू कर दिया.
पुलिस ने आरोपियों के पास से 22 फर्जी पासपोर्ट और दो पहचान पत्र बरामद किए. इसके अलावा अन्य दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है. एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है.