उत्तर प्रदेश के बहराइच से हैरान करने वाली खबर सामने आई. यहां एसडीएम और तहसीलदार को मदरसों पर प्यार आ गया. उन्होंने अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई नहीं की, जिसका पता चलते ही डीएम मोनिका रानी ने एक्शन लिया. दोनों को ऐसी सजा सुना डाली कि उनके होश उड़ गए. दरअसल, उनकी सैलेरी रोक दी गई, साथ ही कहा कि अतिक्रमण नहीं हटाए जाने पर सख्त एक्शन लिया जाएगा.
बहराइच में डीएम मोनिका रानी ने मोतीपुर तहसील के एसडीएम अश्वनी पांडे और तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने का निर्देश दिया. यह कार्रवाई भारत-नेपाल सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे में मौजूद अतिक्रमण को हटाने में विफल रहने के कारण की गई. डीएम ने दोनों अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी दी कि निर्धारित समय में अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
बता दें कि, Indo-Nepal border पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और गैर-मान्यता प्राप्त मदरसे चलाए जा रहे हैं. जिसकी खबर सामने आने के बाद डीएम ने तुरंत एक्शन लेते हुए मोतीपुर के एसडीएम और तहसीलदार को नोटिस जारी किया. डीएम ने स्पष्ट किया कि प्रशासन सीमा क्षेत्र में अवैध गतिविधियों और अतिक्रमण के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएगा. हालांकि यहां एसडीएम और तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की.
डीएम ने जारी किया नोटिस
नोटिस में कहा गया है कि मदरसों के अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई. जिसकी वजह से आपका अप्रैल माह का वेतन रोक दिया गया. उनके खिलाफ कार्रवाई करना सुनिश्ति करें, अगले आदेश तक सैलरी पर रोक लगाई गई है. जब तक कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं होगी दोनों अफसरों की सैलरी रोकी जाएगी.