अमेठी: विधानसभा चुनाव के पहले संगठन को मजबूत करने सपा के अमेठी प्रभारी बनाये गये अनिल सिंह वीरु आज अमेठी पहुँचे जहां उन्होंने सपा कार्यालय पर नेताओ और कार्यकर्ताओ के साथ बैठक की. अनिल सिंह वीरू के साथ पंधारी यादव भी जिले के प्रभारी बनाये गए है।इस दौरान प्रभारी ने कहा की अमेठी और गौरीगंज के दोनों बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त कराने के लिए सपा सदन में अपना काम कर रही है.
दरअसल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सपा ने संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है. आज संगठन की बैठक की अद्यक्षता करने अमेठी पहुँचे जिले के प्रभारी अनिल सिंह वीरू ने समाजवादी पार्टी कार्यालय गौरीगंज सपा नेताओ और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।बैठक में जिलाध्यक्ष राम उदित यादव,महिला जिलाध्यक्ष गुंजन सिंह,जगदीशपुर विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी विमला सरोज,जिला प्रवक्ता राजेश मिश्रा समेत सैकड़ो की संख्या में नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. अनिल सिंह के साथ पंधारी यादव को भी अमेठी का प्रभारी बनाया गया है.
कार्यक्रम को लेकर अनिल सिंह वीरू ने कहा कि राष्ट्रीय अद्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश के सभी 75 जिले में संगठनात्मक ढांचे को सुदृढ करने के लिए बनाये है।उसी कड़ी में हमे और पंधारी यादव को अमेठी का प्रभारी बनाया गया है।हमारा समाजवादी पार्टी का पांच स्तरीय संगठन है. जिसमे जिला कार्यकारिणी,नगर कार्यकारिणी,विधानसभा, ब्लाक और बूथ स्तरीय कार्यकारिणी है. हम संगठन को मजबूत करते हुए समाज के लोगों के पास जाएंगे और अपनी बात रखेंगे. प्रदेश में भाजपा सरकार को बने आठ साल हो गए है जबकि केंद्र में 11 साल हो गए है. अपने एजेंडे में प्रधानमंत्री ने जो बातें रखी लेकिन वो पूरी नही हुई जिससे जनता अपने आप को अपेक्षित महसूस कर रही है. हमे सबको यही बताना है कि डबल इंजन की सरकार ने किस तरह से समाज को ठगने का काम किया है.
वही अमेठी के गौरीगंज और अमेठी विधायक के दलबदल पर प्रभारी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने सिंबल से चुनाव लड़ाया था लेकिन उन्होंने अपने दल के साथ विश्वासघात किया. सपा उनकी सदस्यता समाप्त करने के लिए सदन में अपना काम कर रही है.बैठक में जिला अध्यक्ष राम उदित यादव, महिला जिलाध्यक्ष गुंजन सिंह, पूर्व प्रत्याशी विमला सरोज, जिला प्रवक्ता राजेश मिश्रा, महामंत्री अरशद अहमद, प्रतिमा यादव, चंद्रशेखर यादव, राकेश यादव, घनश्याम यादव, अवधेश प्रसाद तिवारी, मनीराम वर्मा, धर्मपाल यादव, दीपू तिवारी, जय सिंह यादव, गोलू सहित बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.