Uttar Pradesh: श्रावस्ती में एसपी घनश्याम चौरसिया ने एक किशोरी के अपहरण मामले में कठोर कार्रवाई की है. समाजसेवी की शिकायत पर सोनवा एसओ को लाइन हाजिर किया गया और एक एसआई व तीन सिपाहियों को निलंबित किया गया.
नैनीताल से भगा कर मल्हीपुर थाने के लक्ष्मनपुर कोठी लाई गई किशोरी के मामले में एसपी ने कड़ी कार्रवाई की है. एक समाजसेवी की शिकायत पर एसपी घनश्याम चौरसिया ने सोनवा एसओ को लाइन हाजिर कर दिया है. वहीं इस मामले में आरोपी बनाए गए एक एसआई व तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है. मई महीने पहले नैनीताल की एक किशोरी को मल्हीपुर थाने के लक्ष्मनपुर कोठी के पास एक किशोरी लावारिस मिली थी. उसे पुलिस ने वन स्टाप सेंटर भेज दिया था। इसके बाद वन स्टाप सेंटर से किसी के साथ भेज दिया गया. इसकी शिकायत एक एनजीओ चलाने वाले समाजसेवी ने एसपी से की.
इसमें आरोप लगाया गया कि किशोरी को लक्ष्मनपुर कोठी निवासी एक युवक नैनीताल से भगा लाया था और अपनी रिश्तेदारी में भेज दिया. इसके बाद मल्हीपुर और सोनवा पुलिस ने लूट खसोट करके आरोपियों को बचा कर किशोरी को लावारिस बरामद दिखा कर वन स्टाप सेंटर भेज दिया था. वहां से एक गैर व्यक्ति के साथ भेज दिया गया. इस मामले को एसपी घनश्याम चौरसिया ने गंभीरता से लिया और दो टीम गठित करके किशोर की खोज के लिए भेज दिया। इसी के साथ एसओ सोनवा गणनाथ प्रसाद को लाइन हाजिर कर दिया गया और एसआई अतुल यादव तथा सिपाही गिरीश शर्मा को निलंबित कर दिया. इसी तरह से मल्हीपुर के सिपाही देवेश शुक्ला और विजय यादव को भी निलंबित कर दिया गया। एसपी से सोनवा थाने का चार्ज विशुनदेव पाण्डेय को दे दिया है.