बरेली: उत्तराखंड के हरिद्वार में मंशा देवी दर्शन को जाने के दौरान अफवाह को लेकर मची भगदढ़ में गंभीर घायल हुए मीरगंज क्षेत्र के एक सर्राफा व्यावसायी के 12 वर्षीय पुत्र आरूष की इलाज के दौरान मौत हो गई. और इसी घटना में घायल हुई सर्राफ की पत्नी निर्मला एवं 06 वर्षीय मासूम सौम्या का ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस दर्दनाक घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक मीरगंज तहसील क्षेत्र के थाना शीशगढ़ के गांव सहोड़ा निवासी प्रवेश कुमार उर्फ पंकज यदुवंशी शीशगढ़ में सर्राफ का व्यवसाय करता है. विगत 25 जुलाई 2025 को प्रवेश की पत्नी निर्मला देवी अपने दोनों बच्चों आरूष उम्र 12 वर्ष एवं वेटी सौम्या उम्र 06 वर्ष को साथ लेकर अपने मायके जनपद रामपुर के थाना कैमरी के गांव पदपुरी से अपने भाई राजीव के साथ हरिद्वार गयी थी। और आज रविवार को सुबह के समय सभी लोग मां मंशा देवी दर्शन हेतु पैदल रास्ते से जा रहे थे.
भीड़ बेशुमार थी और रास्ता सकरा था कि इसी दौरान किसी प्रकार की अफबाह होने पर भीड़ अनियंत्रित हो गयी। और भगदड़ मचने पर सहोड़ा निवासी निर्मला देवी पत्नी प्रवेश उर्फ पंकज यदुवंशी एवं उसका वेटा आरूष और मासूम बेटी सौम्या भीड़ में फंसकर घायल हो गये। जिन्हें हरिद्वार प्रशासन ने तत्काल ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया. जहां आरूष उम्र 12 वर्ष पुत्र प्रवेश उर्फ पंकज यदुवंशी की इलाज के दौरान मौत हो गई। और मृतक की मां निर्मला देवी एवं बहन सौम्या का इलाज चल रहा है.
आरूष की मौत की सूचना मिलने पर उसके पिता एवं परिजन हरिद्वार पहुंच गये और उसकी मौत से उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है.