गोण्डा: कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने महिला कल्याण विभाग की योजनाओं और जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के कार्यों की समीक्षा बैठक की. बैठक में डीएम ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि बाल श्रम पर रोक लगाने के लिए लगातार अभियान चलाया जाए और जहां भी बाल श्रम के मामले सामने आएं, वहां दोषी सेवायोजकों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
जिलाधिकारी ने कहा कि त्वरित कार्रवाई से बाल श्रम के मामलों में कमी लाई जा सकती है। इसके साथ ही उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना, निराश्रित महिला पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बाल विवाह रोकथाम, चाइल्ड हेल्पलाइन, वन स्टॉप सेंटर, शक्ति सदन, कार्यस्थल पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न रोकथाम समेत कई योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की.
डीएम ने निर्देशित किया कि स्पॉन्सरशिप योजना में अधिक से अधिक पात्र बच्चों को शामिल कर लाभ पहुंचाया जाए. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा, सीओ शिल्पा वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी एसपी सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी, सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष प्रेमशंकरलाल श्रीवास्तव समेत संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे.