Left Banner
Right Banner

Uttar Pradesh: सुलतानपुर भूमि विवाद में बढ़ा तनाव, मोस्ट कल्याण संस्थान ने धरना-प्रदर्शन की दी चेतावनी

सुलतानपुर: जिले में एक गंभीर भूमि विवाद का मामला सामने आया है, जिसमें मोस्ट कल्याण संस्थान ने सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी (डीएम) को ज्ञापन सौंपा. यह विवाद टांटियानगर के निवासी लाल बहादुर निषाद की पैतृक भूमि से जुड़ा है, जिसे कथित रूप से फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करा लिया गया है.

भूमाफिया ने की फर्जी रजिस्ट्री

ज्ञापन में मोस्ट कल्याण संस्थान के प्रदेश प्रमुख जीशान अहमद ने बताया कि 2 जनवरी को भूमाफिया संदीप कुमार शुक्ला ने लाल बहादुर निषाद की पुश्तैनी जमीन का फर्जी बैनामा करा लिया. पीड़ित परिवार के सदस्य लाल बहादुर पिछले 10 दिनों से गोसाईगंज थाने और नगर कोतवाली में शिकायत दर्ज करवा रहे हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. इसके बावजूद पुलिस की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.

पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद

संस्था ने यह भी कहा कि फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री करने वाले आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही, पीड़ित परिवार को मानसिक और वित्तीय नुकसान की भरपाई भी कराई जाए. जीशान अहमद ने मांग की है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कराकर फर्जी बैनामे को रद्द किया जाए. इसके साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि इस प्रकार के मामलों पर अंकुश लग सके.

संस्थान की चेतावनी

मोस्ट कल्याण संस्थान ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो वे जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे. संस्थान का कहना है कि यह मामला न केवल लाल बहादुर निषाद के लिए, बल्कि पूरे इलाके में नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए अहम है. यदि इस मामले पर जल्द कार्रवाई नहीं की जाती, तो इससे जनता का विश्वास प्रशासन से उठ सकता है.

ज्ञापन देने वालों की उपस्थिति

ज्ञापन सौंपने के दौरान कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे. इनमें पीड़ित लाल बहादुर निषाद, जनरल सेक्रेटरी राम उजागिर यादव, सह संयोजक अमृतलाल निषाद, जिला प्रमुख डा. गोविंद भगत, जिला महासचिव शिवराम गुप्ता, दिलीप निषाद, डा. राहुल निषाद, रमाकांत यादव, सुखराज निषाद और अन्य दर्जनों लोग शामिल थे. सभी ने मिलकर इस मामले में न्याय की मांग की और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की अपील की.

Advertisements
Advertisement