उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं लेकिन सरकार में कई जिलों को यूपी मंत्रिमंडल में कोई जगह नहीं मिली है, अब 2027 के चुनाव के मद्देनजर नजर राजनीति के जानकार की निगाह में जल्द यूपी के मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जा सकता है, ऐसे में बदायूं भी एक ऐसा जनपद है जहां योगी 2 में बदायूं के किसी विधायक को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई, जब भी मंत्रिमंडल में फेरबदल के सूत्र मिलते हैं बदायूं के विधायकों की आस बड जाती है कि, शायद उन पर शीर्ष नेतृत्व की कृपा बन जाए और उनका पोर्टफोलियो चमक जाए, बैसे अगर 2027 के चुनाव को नजर में रखें तो यह जरूरी भी लगता है कि बदायूं को भी मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा.
अब बात करें कि आखिर वह किसका चेहरा होगा जिसके सितारे चमक सकते हैं, हाल में जिले में जो तस्वीर निकल रही उसमें नगर राज्य मंत्री रहे महेश चंद्र गुप्ता भी अपनी प्रोफाइल चमकाने में लगे हैं वह वर्तमान में बदायूं शहर सीट से विधायक भी हैं, अक्सर सोशल मीडिया पर वह खुद को चमकाने की एक्टिविटी भी करते नजर आ जाते हैं.
वहीं दूसरा नाम दातागंज विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक राजीव कुमार सिंह का भी चर्चा में है माना जाता है योगी जी कई अबसर पर उनको अहमियत देते नजर आए हैं लोकसभा चुनाव के दौर में क्षत्रिय को मनाने की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री ने राजीव सिंह को ही दी थी परिणाम भी आशानुरूप रहा, और वह शीर्ष नेतृत्व पर कई तरीके से खास बजन बढाने में भी सक्षम दिख रहे हैं.
वहीं बात करें कि संघ मित्रा मौर्य को टिकट ना देने और दुर्विजय शाक्य के हार जाने,तथा बदायूं की छ विधानसभा सीट में सिर्फ तीन पर काबिज हो पाने पर कहीं ना कहीं पिछडा वर्ग पर हिस्सा बढ़ाने को हरीश शाक्य पर पर भी नजरें इनायत हो सकती हैं लेकिन अब उनके चरित्र पर दाग लगता दिख रहा है इस लिए वह शायद इस लाइन से बहार होना लगभग तय लगता है.
वहीं एक नाम वागीश पाठक का भी नहीं छोडा जा सकता वह भी बदायूं में पंडित लावी के नेता हैं उनके पिता नगर से विधायक रहे, जिलाध्यक्ष रहे, वागीश पाठक की स्वयं की जड़ें दिल्ली में भी खास मानी जाती हैं. अब देखना यह होगा क्या उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल में जल्द फेरबदल होगा या नहीं अगर होगा तो किसके सितारे चमक सकते हैं यह तो भविष्य और परिस्थितियों पर ही निर्भर है.
– बदायूं से प्रमोद गुप्ता की खास रिपोर्ट