उत्तर प्रदेश: चोर ले गए पुलिस की कुर्सी, अब खाकी को अपनी कुर्सी के लिए खाक छाननी पड़ेगी! देखें वीडियो

चंदौली: पुलिस अगर अपराधियों के पीछे भाग रही हो, और अपराधी पुलिस की कुर्सी ही चुरा लें—तो समझिए हालात कुछ अलग ही करवट ले रहे हैं. धानापुर थाना क्षेत्र से आई एक ऐसी खबर ने पूरे जिले को हंसी और हैरानी के दोराहे पर ला खड़ा किया है. खबर ये है कि चंदौली पुलिस की दो कुर्सियां चोरी हो गई हैं—जी हां, वही कुर्सियां जिन पर बैठकर पुलिसकर्मी कानून-व्यवस्था पर नजर रखते हैं, अब खुद लापता हैं.

मामला जितना मामूली दिखता है, उतना ही भारी बैठता है. पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी के दौरान पास की दुकानों से दो कुर्सियां ली थीं. शायद व्यवस्था की असुविधा का ये भी एक समाधान था. लेकिन व्यवस्था को क्या पता था कि चोरों की नजरें अब बंदूक या सोने पर नहीं, बल्कि प्लास्टिक की कुर्सियों पर हैं!

रात के अंधेरे में एक ई-रिक्शा पर सवार चोरों ने दोनों कुर्सियों को ऐसे उठाया जैसे सालों से इंतज़ार कर रहे हों—न कोई जल्दबाज़ी, न कोई हड़बड़ी. सुबह जब पुलिसकर्मी ड्यूटी पर लौटे तो उन्हें ना कुर्सी मिली, ना आराम. CCTV फुटेज में यह ‘कुर्सी-कांड’ साफ दर्ज हुआ है.

अब पुलिस खुद अपने बैठने के साधन की तलाश में है. जांच-पड़ताल जारी है, हो सकता है अब पुलिस ट्रेनिंग मैनुअल में एक नया पाठ जोड़ना पड़े “कुर्सी की सुरक्षा और उसे बचाने के उपाय” सोचिए, जिस पुलिस को संगठित अपराध, तस्करी और ठगी से निपटना था, अब वह अपनी कुर्सिया ढूंढेगी. हालांकि पुलिस ने बताया है कि चोरों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ़्तार कर लिया जाएगा.

इस पूरे मामले ने ये तो साफ कर दिया कि देश में अब चोरी का स्तर भी ‘सुविधा आधारित’ हो गया है. चोर भी वही चुरा रहे हैं जो सबसे ज्यादा जरूरी हो, और इस बार उनकी नजर पुलिस की आरामगाह पर थी.

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