Uttar Pradesh: करनैलगंज पहाड़ी नालों से पानी का बहाव तेज होने के चलते सरयू नदी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। इसे देखते हुए बाढ़ खंड विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है। इस बार बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है.
गांवों को सुरक्षित रखने और कटान रोकने के लिए 22 किलोमीटर लंबे बांध की मरम्मत का कार्य जोरों पर है। साथ ही, पानी की अधिकता होने पर उसे नियंत्रित रूप से निकालने के लिए लगाए गए आठ रेगुलेटरों की मरम्मत, रंगाई-पुताई, ग्रीसिंग और ऑयलिंग का कार्य भी पूरा कर लिया गया है.
बाढ़ खंड के सहायक अभियंता पंकज आर्य ने बताया कि इस बार गर्मी और पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक वर्षा के कारण नालों से बड़ी मात्रा में पानी आने की संभावना है। ऐसे में बांध को मजबूत बनाने और रेगुलेटरों को क्रियाशील रखने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है.
गौरतलब है कि पिछले वर्ष बहुवन मदार मांझा क्षेत्र में बाढ़ के अंतिम चरण में जब कटान शुरू हुआ था, तब अधिकारियों को रेगुलेटर खोलने की तैयारी करनी पड़ी थी। हालांकि जलस्तर घटने के कारण उस समय आवश्यकता नहीं पड़ी। इस बार संभावित खतरे को देखते हुए सभी तैयारियों को समय रहते पूरा किया जा रहा है.
प्रशासन का दावा है कि यदि जलस्तर बढ़ा तो रेगुलेटरों के माध्यम से पानी का निकास नियंत्रित रूप से किया जाएगा, जिससे बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों को सुरक्षित रखा जाजाएगा.