उत्तर प्रदेश के मेरठ में 3 दिन पहले नाले के अंदर एक बच्चे की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. यहां घर से लगभग 11 दिनों से लापता 8 साल के बच्चे का शव मंगलवार देर शाम घर से कुछ ही दूरी पर एक नाले में मिला था. बच्चे का शव मिलने से गुस्साए लोगों ने रोड पर जाम लगाने की भी कोशिश की , वहीं पुलिस ने समझा बूझाकर उनको हटा दिया था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया था और जांच शुरू कर दी थी. अब जाकर पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है.
मासूम की हत्या का आरोपी गिरफ्तार
अब 8 साल के मासूम लकी की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है और आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है . इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिला था . जिसमें संदिग्ध आरोपी बाइक पर डिलीवरी बाक्स में बच्चे का शव ले जा रहा था ,तभी से पुलिस उस की तलाश में जुटी थी.
डिलीवरी बैग में भरकर नाले में फेंका शव
डिलिवरी कंपनी में काम करने वाला आरोपी अंकित मासूम बच्चे की लाश को कंपनी के ही डिलीवरी बैग में भरकर बाइक पर सवार होकर जाता हुआ दिखाई दे रहा था. उसकी गतिविधियां संदिग्ध थीं. इसके बाद आरोपी ने इस बच्चे की लाश को नाले में फेंक दिया था. 28 दिसम्बर से लापता मासूम लकी का शव एक नाले में मिला था.
बच्चा लगातार रो रहा था तो मुंह दबाकर ले ली जान
फुटेज की बारीकी से जांच करने पर पता चला कि आरोपी अंकित जैन इलाके का हिस्ट्रीशीटर है. 10 जनवरी को, एक मुखबिर की सूचना पर आरोपी अंकित जैन को उल्देपुर चौराहे से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने बताया कि 28 दिसंबर को बच्चे लकी ने अंकित से पैसे मांगे और अंकित ने उसको थप्पड़ मार दिया. बच्चा लगातार रोने लगा, और गुस्से में आकर उसने बच्चे का मुंह दबा लिया और अपने घर में ले गया . मुंह दबाए जाने से बच्चा बेहोश हो गया और फिर मर गया . हत्या के बाद, अंकित ने शव को प्राइवेट डिलिवेरी कंपनी के बैग में डाला और पल्हैड़ा पुल के पास एक रबड़ फैक्ट्री के पानी के टैंक में फेंक दिया.
हिस्ट्रीशीटर है आरोपी अंकित
पुलिस ने बताया कि अंकित जैन का आपराधिक इतिहास पहले से ही लंबा है. उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट, चोरी और डकैती जैसे कई मामले दर्ज हैं. मामले में मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि 28 तारीख को मेरठ के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र में एक 8 वर्षीय बच्चा लापता हो गया था . कुछ दिन बाद नाले में उसकी मिली थी. इस घटना के जांच के लिए दो टीमें लगाई गई थी. इसके बाद अंकित की गिरफ्तारी हुई.