उत्तराखंड के हरिद्वार में जिला प्रशासन ने अवैध रूप से बनाई गई मजार बुलडोजर कार्रवाई की है. मजार अवैध रूप से सिंचाई विभाग की जमीन पर बनाई थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने शनिवार सुबह मजार पर बुलडोजर चला दिया है. बुलडोजर की यह पूरी कार्रवाई एसडीएम अजय वीर सिंह के नेतृत्व में हुई है. कार्रवाई के बाद जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि सरकारी जमीन पर किए अवैध निर्माणों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा.
हरिद्वार जिला प्रशासन ने शनिवार तड़के सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. प्रशासन ने बहादराबाद क्षेत्र के राजपुर गांव में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनी मजरा को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया है. मजार सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी, जिसे हटाने की कार्रवाई आज की गई है. SDM अजय वीर सिंह के नेतृत्व और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
मजार पर चला बुलडोजर
मजार सरकारी जमीन पर एक बड़ी इमारत के रूप में बनाई गई थी, जो नियमों का उल्लंघन कर रही थी. प्रशासन के द्वारा अवैध कब्जों को हटाने की मुहिम के तहत यह कार्रवाई की गई है. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि सरकारी जमीन पर किए गए अवैध निर्माणों को बख्शा नहीं जाएगा और भविष्य में भी ऐसे निर्माणों को हटाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे. प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की जा रही है. इससे पहले भी हरिद्वार जिला प्रशासन ने ग्राम सभाओं में जेसीबी से अवैध कब्जे खाली कराए हैं.
नहीं ली गई थी परमिशन
हरिद्वार जिले के अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि मजार बनाने के लिए जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई, जबकि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि 2016 के बाद किसी भी धार्मिक स्थल के नवनिर्माण अथवा पुनर्निर्माण के लिए जिलाधिकारी की परमिशन जरूरी है.