विश्व शिक्षा महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय जो अपनी मनमानी के लिए भी मशहूर हैं. वर्तमान में, स्थानीय प्रवेश कोटा के संबंध में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता भी उनका विरोध कर रहे हैं क्योंकि विश्वविद्यालय अपनी मनमानी से काम कर रहा है. पिछले काफी समय से प्रौद्योगिकी संकाय को अग्निशमन विभाग की ओर से अग्नि सुरक्षा उपकरण और उसकी सतर्कता को लेकर नोटिस दिया गया है. लेकिन इसे नजरअंदाज करते हुए आज अग्निशमन विभाग ने टेक्नोलॉजी संकाय को सील कर दिया है.
वडोदरा शहर के अधिकांश मॉल, मल्टीप्लेक्स, ऊंची इमारतें, अस्पताल, ट्यूशन क्लास और अब फैक्ट्रियों में नगर निगम और अग्निशमन विभाग की टीमों द्वारा कार्रवाई की जा रही है. अब तक सब सेफ्टी की बात करने वाला वडोदरा का सिस्टम राजकोट की घटना के बाद सफलतापूर्वक जाग गया है. पिछले चार दिनों से अलग-अलग टीमें बनाकर पूरे शहर में चेकिंग की जा रही है.
इस टीम में एमजीवीसीएल टीम के साथ नगर निगम के कर्मचारी, अग्निशमन विभाग के अधिकारी काम कर रहे हैं. आज महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी संकाय में चेकिंग अभियान चलाया गया. जहां अग्नि सुरक्षा मामलों को लेकर अनियमितताएं पाई गई हैं और उसे सील कर दिया गया है.
बता दें कि फायर डिपार्टमेंट ने अप्रैल 2024 में फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी को फायर सेफ्टी नियमों का पालन करने के लिए नोटिस भेजा था. लेकिन हमेशा की तरह अग्निशमन विभाग की सूचना पर कोई कार्रवाई नहीं करने से छात्रों की जान खतरे में पड़ गयी. जिसका परिणाम यह हुआ कि आज पता चला कि प्रौद्योगिकी संकाय को अग्निशमन विभाग द्वारा सील कर दिया गया है.
प्रौद्योगिकी संकाय को सील किए गए नोटिस पर स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि, वडोदरा नगर निगम के अग्निशमन और आपातकालीन सेवा विभाग द्वारा, द गुजरात फायर प्रिवेंशन लाइफ के प्रावधानों के अनुसार अग्नि सुरक्षा उपकरण और सिस्टम स्थापित करने के लिए नोटिस दिया गया है. सुरक्षा उपाय अधिनियम- 2013. हालांकि अग्नि प्रमाण पत्र नहीं लिया गया है, इसलिए मालिक-उपयोगकर्ता-कब्जेदार ने इस संबंध में उदासीनता दिखाई है और पूरी तरह से उपेक्षा की गई है. नगर निगम के आदेशानुसार आज जन सुरक्षा हेतु सतर्कता के तहत 30-5-2024 को सील किया गया.