वडोदरा के पॉलिटेक्निक परिसर स्थित समरस गर्ल्स हॉस्टल में आज छात्रों ने घटिया खाना परोसने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. आरोप था कि खाने में चींटियां और इल्लियां थीं. साथ ही खाने के लिए 2-2 घंटे लाइन में लगने की बात कही और आरोप लगाया कि पानी भी सुबह सिर्फ 1 घंटे ही आता है. हालांकि प्रभारी चीफ वार्डन ने छात्रों के आरोपों को खारिज कर दिया.
समरस हॉस्टल में रहने वाली छात्रा दीप्ति सादरका ने बताया कि जब से गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन बदली है तब से खाने की बहुत दिक्कत हो गई है. हमने कई बार खाने को लेकर शिकायत की है, लेकिन वार्डन कहती हां हो जाएगा. लेकिन अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है. वॉर्डन मैडम कहती हैं, सुधार है. लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. स्टाफ कम होने के कारण खाना खाने के लिए 1 से 2 घंटे तक खड़ा रहना पड़ता है. काउंटर पर खाना ख़त्म नहीं कर सकते.
उन्होंने आगे कहा कि अगर छात्रों की परीक्षा चल रही हो या कॉलेज जाना हो तो उनके पास 2-2 घंटे तक खड़े होकर खाना खाने का समय नहीं होता है. यहां के हॉस्टल में करीब एक हजार छात्र रहते हैं. हमारी मांग पर्याप्त मात्रा और समय पर अच्छा भोजन और पानी उपलब्ध कराने की है. सुबह सिर्फ एक घंटे के लिए पानी आता है. तो कॉलेज जाने में देर हो गयी. यह स्पष्ट नहीं है कि प्रबंधन ख़राब है या नहीं.
एक अन्य छात्रा भूमि लश्कर ने कहा कि सरकारी गर्ल्स हॉस्टल में भोजन और पानी की समस्या है. भोजन में चावल को साफ नहीं किया जाता, उससे गंदगी निकलती है. सब्जियों में पानी और तेल अलग-अलग तैरते हुए पाए जाते हैं. अगर हम फीडबैक लिखते हैं तो हमसे कहा जाता है कि हम एडमिनिस्ट्रेटर हैं, आपको जज नहीं करना चाहिए. खाते समय आपको यह देखना है कि आज इसमें फैट तो नहीं होगा. कभी-कभी सब्जियों में भी इल्लियां निकल आती हैं. इसलिए हम खाने से भी डरते हैं, कहीं कैटरपिलर ने इसे न खा लिया हो. अगर हम खा रहे हों तो भी वह दौड़ता है और 9 बजे खाना खा रहा हो तो भी लाइट बंद कर देता है.
समरस हॉस्टल के मुख्य प्रभारी वार्डन हेतलबेन रावल ने कहा कि रखरखाव के काम के कारण भोजन में कुछ समय लग सकता है, लेकिन कल 2 काउंटर खोले गए हैं. पीने का पानी भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाता है. आरओ का रखरखाव किया गया है. टीडीएस की जांच समय पर की जाती है. लड़कियों को लगा कि सब्जियों से खुशबू आ रही है. ऐसी शिकायत थी. इसलिए हमने तुरंत एजेंसी के सुपरवाइजर को इसकी सूचना दी. तो तुरंत नई सब्जी बनाई गई. हमने एजेंसी को नोटिस भी दिया है.