गुजरात के वडोदरा में बीजेपी सांसद रंजनबेन भट्ट लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. रंजनबेन भट्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि वे व्यक्तिगत कारणों के चलते 2024 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. वडोदरा से तीसरी बार टिकट मिलने पर रंजनबेन का विरोध हुआ था. राष्ट्रीय महिला मोर्चा में उपाध्यक्ष रही डॉ. ज्योति पंड्या ने खुला विरोध किया था. तब पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया था. इसके बाद शहर में गुममान पोस्टर सामने आए थे. इनमें टिकट बदलने की मांग की गई थी.
रंजनबेन भट्ट 2014 में उपचुनावों में वडोदरा से पहली बार सांसद चुनी गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वडोदरा के साथ वाराणसी से जीते थे. बाद में उन्होंने वडोदरा सीट खाली की थी. इसके बाद रंजनबेन भट्ट को मौका मिला था. पार्टी ने उन्हें 2019 में रिपीट किया था. तब वे बड़े अंतर से जीती थीं. इसके बाद पाटी ने उन्हें तीसरी बार फिर टिकट दिया था. इसके बाद उनका विरोध सामने आया था, हालांकि टिकट मिलने के बाद वे शहर के प्रचार में जुट गई थी. विधानसभा के हिसाब से उनके स्वागत कार्यक्रम विधायकों ने आयोजित किए थे, लेकिन शहर में सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक विरोध देखने को मिल रहा था. इसके बाद रंजनबेन भट्ट ने 23 मार्च की सुबह 10:22 मिनट सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव लड़ने से मनाकर दिया. उन्होंने लिखा कि मैं रंजनबेन धनंजय भट्ट अपने निजी कारणों से लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने क इच्छा व्यक्त कर रही हूं.
रंजनबेन भट्ट के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद अब वडोदरा में नए चेहरे की चर्चा शुरू हो गई है. इसमें गार्गी दवे का नाम चर्चा में आया है. संघ क बैकग्राउंड से आने वाली गार्गी दवे काफी लो प्रोफाइल रहती हैं. वे शहर बीजेपी के पदाधिकारी हैं. ऐसे में चर्चा है कि अगर उन्हें टिकट मिलता है तो वडोदरा असंतोष थम सकता है. टिकट के लिए जो नाम चर्चा में हैं उनमें शहर बीजेपी के अध्यक्ष डॉ. विजय शाह क भी नाम शामिल है. इसके अलावा पूर्व कानून मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी भी टिकट की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं. इसके अलावा अन्य महिला दावेदारों में सीमाबेन मोहिले का नाम भी लिया जा रहा है.