बीजेपी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में गुजरात की सभी 26 सीटों पर कब्जा किया था. पार्टी ने 2024 में क्लीन स्वीप की हैट्रिक बनाने का लक्ष्य तय किया है. पार्टी ने सभी 26 सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर दिए हैं, लेकिन कुछ सीटों पर उम्मीदवारों का विरोध सामने आ रहा है.
लोकसभा चुनाव के समय गुजरात बीजेपी में अंदरूनी विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. जहां प्रत्याशी बदलने से लेकर स्थानीय प्रत्याशी को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है. पहले वडोदरा, फिर सांबरकांठा, अमरेली और अब वलसाड में भी बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ सोशल मीडिया पर लेटर वॉर शुरू हो गया है. जिसमें धवल पटेल का नाम आने से वलसाड बीजेपी में असंतोष भड़क गया है. पिछले 12 दिनों में धवल पटेल को बदलने की मांग वाले पांच पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं.
वलसाड भाजपा प्रत्याशी धवल पटेल के खिलाफ वायरल हुए चौथे पत्र में धवल पटेल को बदलने की मांग को लेकर वलसाड जिले के स्थानीय नेता को भी टारगेट किया गया है. वलसाड सीट पर उम्मीदवार बदलने की मांग को लेकर एक के बाद एक पत्र वायरल हो रहा है. वलसाड-डांग लोकसभा सीट के कार्यकर्ता मित्रों, मतदाताओं और पत्रकारों को पत्रमे संबोधित किया गया है. आरोप लगाया गया है कि धवल पटेल एक आयाति उम्मीदवार हैं. साथ ही यह भी कहा गया है कि वलसाड के स्थानीय नेताओं को बैठक की कोई परवाह नहीं थी.
गौरतलब है कि वलसाड लोकसभा क्षेत्र में वायरल हुए हर पत्र में अलग-अलग चर्चा की गई है. पहले पत्र में नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि बीजेपी डीसी पटेल के परिवार को छोड़कर किसी सक्षम उम्मीदवार को मैदान में उतारे.
वहीं दूसरे पत्र में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल को संबोधित किया गया है. जिसमें धवल पटेल से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आशंका जताई है कि धवल पटेल को वलसाड लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए रखने से वे वलसाड और नवसारी लोकसभा सीट भी हार जाएंगे. तीसरे पत्र में सीआर पाटिल को संबोधित किया गया है.