वाराणसी: क्रिसमस पर इस बार गंगा किनारे निर्मित काष्ठ कला से ‘सात समंदर पार’ के चर्च सजेंगे. इसमें हैंगिंग सांता क्लॉज, एंजेला और क्रिसमस ट्री शामिल हैं. इसके
लिए स्पेन, ब्राजील और सिंगापुर सहित कई देशों से आर्डर मिले थे. दिसंबर महीने की शुरुआत में ही व्यापारियों ने इसकी आपूर्ति कर दी थी. उनका कहना है कि, वहां पर मसीही समाज के लोग चर्च और अपने घरों में सजावट के लिए इसे लगाएंगे.
काशी के काष्ठ कला की दुनिया भर में पहचान है. पहली बार कारीगरों ने क्रिसमस से जुड़ीं आकृतियां तैयार की हैं. इसे विदेशों में भेजा गया. वहां पर बहुत पसंद गया किया किया गया, लोलार्ककुंड (शिवाला) स्थित वुडेन क्रॉफ्ट विक्रेता शुभी अग्रवाल ने बताया कि चार पीढ़ियों से हमारा परिवार इस पेशे से जुड़ा हुआ है, पहली बार हम लोगों ने क्रिसमस के मौके पर हैंगिंग तैयार की है. इसको विदेशी ग्राहकों को भेजा गया.
उन्होंने बताया कि सिंगापुर, ब्राजील, स्पेन के कारोबारी ने क्रिसमस के मौके पर वुडन क्राफ्ट के जरिए कुछ नया बनाने की बात कही थी. जिसके बाद हम लोगों ने क्रिसमस से जुड़ी हुई पांच अलग-अलग आकृतियों को जोड़कर के एक हैंगिंग बनाई सैंपल भेजा जो उन्हें बेहद पसंद आया, और सितंबर में मिल गया था ऑर्डर शुभी ने बताया कि सितंबर माह में हमें दस हजार ऑर्डर मिले. उसके बाद पांच हजार ऑर्डर और मिले थे, उन्होंने बताया कि दो महीने तक कड़ी मेहनत के बाद हमारे 72 कारिगरों ने ऑर्डर तैयार किया है, उन्होंने कहा कि सामान वहां पर भेज दिया गया है, इस हैंगिग को चर्च और घर की सजावट के साथ-साथ एक दूसरे को भेंट करने के लिए भी बनाया है.