पंजाब के मोहाली (Mohali) के गांव जंडपुर में बीड़ी सिगरेट और गुटखा पर रोक लगा दी गई है. बिहार-यूपी के लोगों का वेरीफिकेशन भी जरूरी कर दिया गया है. इसी के साथ रात 9 बजे के बाद घूमने पर प्रतिबंध लगाया गया है. यह फैसले यहां नौजवान सभा ने फैसला लिया है.
खरड़ नगर काउंसिल के तहत जंडपुर गांव में ग्रामीणों ने बाहर से आने वालों पर विभिन्न प्रतिबंध लगाने के लिए बोर्ड लगाए हैं. गांव की नगर परिषद के सदस्य गोबिंद सिंह चीमा ने इन बोर्ड का निरीक्षण करते हुए कहा कि गांव में रहने वाले प्रवासियों का वेरीफिकेशन युवा परिषद और गांव के निवासियों द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है.
प्रवासी यहां गांव में पान, गुटखा, बीड़ी नहीं पिएंगे. जिन स्थानों पर प्रवासी रहते हैं, वहां कूड़ादान अनिवार्य होना चाहिए. इसे स्थापित करने की जिम्मेदारी मालिक की होगी. जो बोर्ड गांव में लगाया गया, उस पर लिखा है कि रात 9 बजे के बाद प्रवासी बाहर घूमते नजर न आएं. घर में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या का वेरीफिकेशन होना चाहिए और एक कमरे में दो से अधिक व्यक्ति नहीं होने चाहिए.
इसके अलावा कहा गया है कि गांव में प्रवासी अर्धनग्न होकर घूमते न दिखें और नाबालिग लड़के बिना कागजात या नंबर प्लेट के वाहन चलाते न दिखें. किराएदारों के वाहनों की पार्किंग अनिवार्य है. सड़क या गली में वाहन खड़ा नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि पानी की समस्या को देखते हुए प्रति घर एक कनेक्शन का समुचित उपयोग किया जाए. कोई अप्रवासी गांव में कोई क्षति पहुंचाता है या कोई अपराध करता है तो उसकी जिम्मेदारी मकान मालिक की होगी. इसी तरह बच्चे के जन्म और शादी आदि के बारे में भी बोर्ड पर लिखा है कि वह किन्नरों को बधाई के लिए सिर्फ 2100 रुपये ही दें.
नगर परिषद के सदस्य गोबिंद सिंह चीमा ने कहा कि प्रवासियों की वेरीफिकेशन करवानी जरूरी है. प्रवासियों का रात 9 बजे के बाद घूमना मना है. अगर कोई प्रवासी गांव का नुकसान करता है तो उसका मकान मालिक होगा. गांव में अगर कोई बाहरी व्यक्ति जमीन खरीदता है तो वो कमरे नहीं बना सकता है.
नगर पार्षद ने क्या-क्या बताया?
नगर पार्षद गोविंदर चीमा ने कहा कि हमने गांव के लोगों से अपील की है कि अप्रवासियों का सत्यापन अनिवार्य है. वे पवित्र स्थान के आसपास थूकते रहते हैं, इससे अपवित्रता होती है. वे रात 9 बजे के बाद बाइक से घूमते हैं. हमने उनसे कहा है कि वे बिना काम के बाहर न निकलें. वे शॉर्ट्स और अंडरक्लॉथ पहनते हैं. उनके पास बिना प्लेट वाली बाइक हैं. उनके पास पानी का कनेक्शन है, इसे 50-60 लोग शेयर करते हैं.
इलाके में पानी की कमी है. इसलिए हमने गांव के लोगों के साथ सामूहिक निर्णय लिया है और बाहरी लोगों से कहा है कि अगर वे रहना चाहते हैं तो उन्हें नियमों का पालन करना चाहिए. यहां तक कि समाजों में भी नियम और गार्ड हैं. सत्यापन के बाद अच्छे रिकॉर्ड वाले लोग रहेंगे और आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोग जाएंगे. यहां करीब 500 अप्रवासी कामगार हैं. चाहे पंजाबी हों या गैर पंजाबी, सभी को नियमों का पालन करना होगा.