तमिलनाडु के करूर में अभिनेता और टीवीके प्रमुख विजय की रैली में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें 20 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। रैली में लोगों की संख्या अनुमानित 50 हजार थी, जबकि आयोजकों को केवल 10 हजार लोगों की उम्मीद थी। इस भीड़ का प्रबंधन मुश्किल साबित हुआ और भगदड़ के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
घटना के दौरान कई बच्चे और बूढ़े भीड़ में दब गए। भीड़ में कई लोग बेहोश होकर गिर पड़े और उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया। घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देने के बाद गंभीर मामलों को अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया।
रैली में विजय जब जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तब भीड़ लगातार बढ़ती गई। भारी संख्या में लोग उनके एक झलक पाने के लिए जमा थे। भीड़ नियंत्रण खोते ही कार्यकर्ताओं ने मदद करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति और बिगड़ गई। विजय ने अपने भाषण को रोककर प्रचार बस से पानी की बोतलें फेंकने की व्यवस्था की, ताकि लोगों को राहत मिल सके।
स्थानीय अधिकारियों और पुलिस ने भीड़ पर नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास किया। हादसे के बाद रैली स्थल पर तनाव और डर का माहौल देखा गया। स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन टीम को तुरंत मौके पर बुलाकर घायलों की देखभाल की गई। मृतकों के परिजनों को राहत देने और प्रभावितों की सहायता के लिए प्रशासन ने कदम उठाए।
विजय रैली में अचानक आई भगदड़ की स्थिति को देखते हुए अपना भाषण छोटा कर पहले ही समाप्त कर दिया। इस घटना ने तमिलनाडु में बड़े पैमाने पर रैलियों और जनसभाओं में सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में भीड़ नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
रैली के दौरान उमड़ी भीड़ और सुरक्षा प्रबंधन की कमियों ने इस घटना को और गंभीर बना दिया। अब राज्य सरकार और प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े नियम लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।