दौसा: राजस्थान की जेलों में मोबाइल मिलना आम बात हो गई है. वहीं प्रदेश की हाई सिक्योरिटी जेल नंबर दो श्यालावास जेल से एक कैदी का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जो अपने आप में कहीं ना कहीं जेल सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है.
असल में राजस्थान की हाई सिक्योरिटी जेल से पूर्व में भी मोबाइल बरामद होने की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर मामले में जांच जारी है. वहीं दूसरी ओर बहुचर्चित दौसा स्थित श्यालावास जेल एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है. यह वही जेल है जहां से प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस जेल से दो बार पूर्व में धमकी दी जा चुकी है.
वहीं हाल ही में ताजा मामला दौसा जिले की हाई सिक्योरिटी जेल श्यालावास का है जहां से एक कैदी का मोबाइल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में जेल में बंद कैदी ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जेलर विकास बगड़िया पर 50 रूपये लेने का आरोप लगाया साथ ही हरियाणा के कैदी को 22 मार्च को जेल से बाहर निकालने का भी गंभीर आरोप लगाया है.जिसका वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
हालांकि वयं भारत राजस्थान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है इस वायरल वीडियो को लेकर अब जांच शुरू कर दी गई है कि आखिरकार हाई सिक्योरिटी जेल में मोबाइल कैसे पहुंचा और मोबाइल पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल होने से अब जेल प्रशासन की पूरी तरह से पोल खुलकर सामने आ गई है. हाई सिक्योरिटी जेल से अब कैदी वीडियो बनाकर वायरल कर रहे हैं जिसको लेकर अब प्रशासन ने ठोस कार्रवाई करना शुरू कर दिया है वहीं दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने हाई सिक्योरिटी श्यालावास जेल से मोबाइल मिलने वाले प्रकरण में पुलिस से जांच करवाने के साथ में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.
जेलर विकास बागड़िया का कहना सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर जेल प्रशासन ने पापड़दा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. मेरे ऊपर लगे आरोप निराधार है कैदी राजू उर्फ रिच्छपाल मानपुर थाना इलाके के पांचोली गांव का है. जहां सगे चाचा के मर्डर के आरोप में सजा भुगत रहा है साथ ही जेल में चाचा के साले जो राजस्थान पुलिस में एएसआई है. उनको जान से मारने की नियत की बात सामने आई है कैदी को 23 जुलाई 2025 को जयपुर जिला जेल के अंदर भिजवाया गया है अब जेल प्रशासन सहित पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.