रीवा : शहर में एक बार फिर नशीली दवाओं की खुलेआम बिक्री का वीडियो वायरल हुआ है, जिसने पुलिस प्रशासन के नशा विरोधी अभियान की पोल खोलकर रख दी है.
इस वीडियो में महिलाएं सरेआम नशीली दवाएं बेचती हुई नजर आ रही हैं. बताया जा रहा है कि यह वीडियो शहर के कबाड़ी मोहल्ले का है, जहां नशे का अवैध कारोबार लगातार फल-फूल रहा है.
इस वायरल वीडियो को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने भी सोशल मीडिया पर साझा किया है. उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह गंभीर मुद्दा है, जिस पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि नशे के इस धंधे में महिलाएं और छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हो रहे हैं, जो बेहद चिंताजनक है.
पुलिस ने लिया संज्ञान, कार्रवाई के दिए निर्देश
वायरल वीडियो को लेकर रीवा पुलिस भी सक्रिय हो गई है. एडिशनल एसपी अनिल सोनकर ने बताया कि पुलिस ने वीडियो को संज्ञान लिया है और सिविल लाइन थाना प्रभारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने पुष्टि की कि यह वीडियो कबाड़ी मोहल्ले का ही है, जहां नशीली दवाओं की बिक्री लंबे समय से चर्चा का विषय बनी हुई है.
पुलिस का दावा है कि इस इलाके में लगातार अभियान चलाया जा रहा है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसके बावजूद यह इलाका नशे के कारोबार के लिए बदनाम बना हुआ है। पुलिस का कहना है कि जैसे ही कोई ठोस सूचना मिलती है, तुरंत कार्रवाई की जाती है.
नशीली दवाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग
इस मामले के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने पुलिस प्रशासन से नशे के अवैध कारोबार पर सख्ती से अंकुश लगाने की मांग की है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि हाल ही में बड़ी मात्रा में कोरेक्स जब्त की गई थी और पुलिस ने इस मामले में कई बड़े गिरोहों का भंडाफोड़ भी किया था, लेकिन जमीनी स्तर पर अब भी नशे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है.
रीवा पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का दावा है कि नशीली दवाओं की सप्लाई चेन तक पहुंचकर इसे जड़ से खत्म करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
रीवा में नशीली दवाओं की बिक्री को लेकर वायरल वीडियो ने एक बार फिर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई कितनी प्रभावी है, यह आने वाले दिनों में साफ होगा. लेकिन जिस तरह से नशे के इस अवैध कारोबार में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हो रहे हैं, वह एक गंभीर चिंता का विषय है. प्रशासन को अब सख्त कदम उठाने होंगे ताकि शहर को इस नशे के दलदल से बाहर निकाला जा सके.