उत्तरप्रदेश । इटावा में लगातार हो रही बारिश के बाद एक मकान गिरने का मामला सामने आया है। जिसमें एक महिला बाल-बाल बची है। इस घटना के बाद से महिला काफी डरी और सहमी हुई है।
मौत को दावत दे रहा था जर्जर मकान
इटावा जिले में शहर कोतवाली इलाके के करोल मोहल्ले से एक मामला सामने आया है। यहां पर रहने वाली शाबिया नाम की एक महिला अपनी बेटी के साथ में कई समय से जर्जर मकान में रह रही थी। कल से लगातार हो रही बारिश के बाद से मकान की छत से धीरे-धीरे पानी नीचे आने लगा। शाबिया अपनी बेटी के साथ घर से बाहर आ गई और पूरी रात उसने सुरक्षित स्थान पर रात गुजारी। आज सुबह महिला अपने मकान की गिरने के बारे में पूरी जानकारी दे रही थी तभी अचानक से जर्जर मकान की छत नीचे जा गिरी और यह घटना कमरे में कैद हो गई। बनी मत यह रही की महिला उस वक्त उस स्थान पर मौजूद नहीं थी जहां मकान की जर्जर छत मौजूद थी।
प्रधानमंत्री आवास का महिला को नहीं मिला लाभ
शाबिया का कहना है कि हम लोग लंबे समय से इस मकान में रह रहे थे। मकान काफी जर्जर था जिसको लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हमने फॉर्म को भरा था लेकिन हमें इस योजना का लाभ नहीं मिला। इसके बाद हम कचहरी में मौजूद डोडा अधिकारी के पास पहुंचे। जहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की मांग की लेकिन यहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली इस योजना का किसी भी तरीके से मुझे अभी तक लाभ नहीं मिला है। आज हमारे घर की छत भी गिर गई है और अब हम खुले में रहने को मजबूर हैं। अगर सरकार की तरफ से इस योजना का लाभ मिल जाता तो आज हमें इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। वहीं महिला ने प्रशासन से मांग की है कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाए।