Vidisha:शादी समारोह से तीन साल की बच्ची का अपहरण, सतर्क नागरिकों ने स्टेशन पर पकड़ा..

ग्वालियर में एक छह साल के बच्चे के अपहरण जैसी घटना विदिशा में भी हुई। यहां एक विवाह समारोह से तीन साल की बच्ची का अपहरण हो गया लेकिन दो युवकों की सूझबूझ और तत्परता से बच्ची के साथ अनहोनी होने से बच गई। बदमाश बच्ची का अपहरण कर भाग रहा था तभी स्टेशन पर बैठे दो युवकों ने उसे पकड़ लिया। घटना विदिशा के रेलवे स्टेशन को गुरुवार रात करीब साढ़े 9 बजे की है। बदमाश ने अग्रवाल धर्मशाला में चल रहे विवाह समारोह से बच्ची काे उठाया और अपने साथ स्टेशन ले गया। आरोपित गोलू उर्फ डब्बू उर्फ कोमल अहिरवार लुहांगी मोहल्ले का निवासी है उसके ऊपर पहले से ही दुष्कर्म का मामला दर्ज है। पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत उस पर केस दर्ज किया है।

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यह है पूरी घटना

  • सिरोंज में पदस्थ कम्यूनिटी हेल्थ आफिसर(सीएचओ) मलखान सिंह यादव और विदिशा में पदस्थ अंकित शर्मा ने बताया कि वह रात के समय रेलवे स्टेशन पर टहलने निकले थे।
  • स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर चार भोपाल तरफ आखिरी कोने में बैठे थे और आपस में बातचीत कर रहे थे।
  • तभी एक आदमी गंदे से कपड़े पहने हुए एक बच्ची को गोद में लेकर आता दिखा, उसने जैसे ही हमें देखा तो वह अचानक वापस लौट गया। उसे देखकर हमें शक हुआ।
  • इसके बाद कुछ दूर तक हमने उसका पीछा किया, वह हमें देख रहा था, अचानक वह रैलवे ट्रैक पर जाने लगा तो हमने उसे रुकने के लिए आवाज लगाई।
  • हमारी आवाज सुनकर वह रेलवे पटरियों पर ही दौड़ लगाने लगा। हमने तुरंत शोर मचाया कि देखो ये आदमी बच्ची को उठाकर भाग रहा है।
  • हमारी आवाज सुनकर सामने की तरफ दो मुस्लिम युवक खड़े थे, उनमें से एक का नाम जैद और दूसरे का आरिफ था, वह दोनों दौड़कर आए और सामने से बदमाश को पकड़ लिया।
  • हमने देखा कि बच्ची रो रही थी और बार बार पापा के पास चलने का कह रही थी। हमने बदमाश से पूछा कि बच्ची किसकी है तो उसने कहा कि एक शादी समारोह में मिली थी वहीं छोड़ने जा रहा था।
  • मलखान सिंह और अंकित शर्मा सहित आरिफ और जैद चारों उस बदमाश काे लेकर आरपीएफ थाने पहुंच गए जहां उसके आदतन अपराधी होने की जानकारी लगी।
  • उन्होंने बताया कि मदद करने वाले आरिफ और जैद सागर जिले के रहने वाले थे इसलिए थाने में बच्ची को पहुंचाकर रवाना हो गए।

दुष्कर्म के आरोप में दस साल जेल काटकर आया था आरोपित

सीएचओ मलखान सिंह और अंकित शर्मा ने बताया कि आरोपित से आरपीएफ थाने में पूछताछ की तो उसने बताया कि वह दुष्कर्म के मामले में दस साल की जेल काटकर आया था। मलखान के मुताबिक जब हम उससे पूछताछ कर रहे थे तब वह नशे में था, उसके कपड़े गंदे थे, बाल बढ़े रहे। जबकि बच्ची नए कपड़े पहनी थी इसलिए हमें और ज्यादा शक हुआ कि ये बच्ची इस आदमी की नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि बच्ची ने अपना अनुप्रिया शर्मा बताया, साथ ही माता पिता का नाम और राजपूत कालोनी में रहती है ये भी बता दिया था। फिर आरपीएफ ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। कोतवाली पुलिस ने माता पिता को खोज निकाला। ये पूरा घटनाक्रम रात 9 बजे से 11 बजे के बीच का है। बच्ची के चाचा आरपीएफ थाने ही आ गए थे फिर पुलिस ने उन्हें बच्ची सौंप दी।

दो घंटे तक अटकी रही माता – पिता की सांसें

अजय ने बताया कि करीब दो घंटे तक बेटी को तलाशते रहे इस बीच उनकी पत्नी का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था। हम सभी प्रार्थना कर रहे थे। उन दो घंटे में हमारी सांसे अटकी रही थीं। जब बिटिया मिली तो मां सपना के अलावा परिवार के अन्य लोगों की आंखें भी खुशी से छलक उठी। अजय शर्मा एक कीटनाशक कंपनी के लिए काम करते हैं। वहीं उनकी बेटी अनुप्रिया कक्षा नर्सरी में पढ़ती है। उनका एक बड़ा बेटा भी है।

आरोपित पर दर्ज है कई गंभीर मामले

एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि आरेापित गोलू उर्फ कोमल अहिरवार पर छेड़छाड़, दुराचार और नकबजनी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। ये पता लगाया जा रहा है कि वह कब जेल से छूटा था। फिलहाल वह पुलिस की गिरफ्त में है उसके ऊपर अपहरण, मानव तस्करी जैसे अपराध दर्ज किए गए हैं। आरोपित पर अपहरण की धारा 137(2) बीएनएस, मानव तस्करी की धारा 143(4) बीएनएस व 18 पाक्सो एक्ट लगाया गया है। एसपी ने बताया कि उसकी गुंदा फाइल निकलवाई जा रही है कोशिश की जा रही है कि उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।

एसपी ने कहा, चारों युवकों का करेंगे सम्मान

एसपी काशवानी के अनुसार बच्ची को आरोपित के चंगुल से छुड़ाने वालों ने सरहानीय कार्य किया है। मलखान सिंह, अंकित शर्मा और आरिफ खान व जैद शाह द्वारा बालिका को सुरक्षित बरामद कर आरोपित को पकड़ने में मदद की है। उनके द्वारा किए गए साहसिक कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उन्हें सम्मानित कर पुरस्कृत किया जाएगा। एसपी काशवानी ने सभी आम जनों से अपील की है कि सार्वजनिक स्थानों पर अपने छोटे-छोटे बच्चों की देखरेख गंभीरता से करें एवं शादी, समारोह व अन्य स्थानों पर जाते समय अपने बच्चों पर विशेष ध्यान रखें। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति दिखने अथवा मिलने पर तत्काल पुलिस को सूचना दें।

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