भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर बैंकों से ऋण वसूली की पूरी जानकारी मांगी है. विजय माल्या की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सजन पूवय्या ने दलील पेश करते हुए कहा कि जहां 6,200 करोड़ रुपए की अदायगी की जानी थी, वहां अब तक 14,000 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में जानकारी दी थी कि बैंकों ने अब तक 14,131.6 करोड़ रुपए की वसूली कर ली है, जबकि ऋण वसूली अधिकारी के अनुसार पूरी राशि पहले ही चुका दी गई है. इसके बावजूद वसूली की प्रक्रिया अभी भी जारी है. ऐसे में विजय माल्या ने मांग की है कि बैंक वसूली का पूरी जानकारी दे. जस्टिस आर. देवदास की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले में बैंकों और ऋण वसूली अधिकारियों को नोटिस जारी कर दिया है.
इससे पहले भी विजय माल्या ने सरकार द्वारा उनकी संपत्तियों से 14,131.6 करोड़ रुपये की वसूली पर सवाल उठाया था. विजय माल्या ने कहा था कि उनके कर्ज से दोगुना पैसा सरकार ने वसूला है. किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े फाइनेंशियल छेड़छाड के आरोपों के बीच 2016 में भारत से भागे माल्या ने X पर पोस्ट करके दावा किया कि वह राहत के हकदार हैं.
विजय माल्या ने जताई थी आपत्ति
विजय माल्या ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि ”लोन वसूली ट्रिब्यूनल ने माल्या की कंपनी KFA का लोन 6,203 करोड़ रुपये तय किया है, जिसमें 1200 करोड़ रुपये का ब्याज शामिल है. वित्त मंत्री ने संसद में ऐलान किया कि ED के माध्यम से बैंकों ने 6,203 करोड़ रुपये के लोन की तुलना में 14,131.6 करोड़ रुपये वसूल किए हैं. जब तक ईडी और बैंक कानूनी रूप से यह साबित नहीं कर देते कि उन्होंने दोगुने से अधिक ऋण कैसे लिया है, तब तक मैं राहत पाने का हकदार हूं, जिसके लिए मैं प्रयास करूंगा.”
क्या कहा था निर्मला सीतारमण ने?
विजय माल्या का ये पोस्ट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा को सूचित किए जाने के बाद आया था कि पब्लिक सेक्टर के बैंकों ने उनकी संपत्तियों की बिक्री से 14,131.6 करोड़ रुपये की वसूली की है. यह वसूली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आर्थिक अपराधों से जुड़े गलत तरीके से इस्तेमाल किए गए पैसे को वापस पाने के लिए चलाए जा रहे बड़े अभियान का हिस्सा है. सीतारमण ने कई हाई-प्रोफाइल मामलों में वसूली का की जानकारी दी.