मुंबई पुलिस की दबिश से सहमा गांव, हाई-प्रोफाइल चोरी में दो की गिरफ्तारी

 

Advertisement

जनपद बिजनौर :  एक छोटे से गांव में बुधवार को अचानक पुलिस की गाड़ियां वहां आकर रुक गईं. आसपास के लोग उत्सुकता से देखने लगे कि आखिर क्या हुआ है. लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि ये पुलिस मुंबई से आई है और एक बड़ी चोरी के मामले में गांव के दो लोगों को गिरफ्तार करने आई है.

मुंबई में हुई 62 लाख की चोरी

यह पूरा मामला 21 जनवरी 2025 को मुंबई के पनवेल थाना क्षेत्र में हुई एक टेलीकॉम कंपनी के तार चोरी से जुड़ा है. करीब 483 मीटर लंबा तार, जिसकी कीमत लगभग 62 लाख रुपये थी, चोरी हो गया. जब कंपनी को इसकी जानकारी हुई, तो 24 जनवरी को पनवेल थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई.

जांच में मिले सुराग और बिजनौर से कनेक्शन

मुंबई पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की, तो सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था. लेकिन जांच आगे बढ़ी तो चोरी में शामिल दो और नाम सामने आए—इंतेजार पुत्र बुनियाद अली और नौशाद पुत्र निसार, जो बिजनौर जिले के हीमपुर दीपा थाना क्षेत्र के ग्राम उमरीपीर के रहने वाले हैं.

मुंबई पुलिस की कार्रवाई

इन दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए मुंबई पुलिस की एक टीम बिजनौर पहुंची और हीमपुर दीपा थाने के सहयोग से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. जैसे ही पुलिस ने गांव में दस्तक दी, लोगों के बीच खलबली मच गई. कोई सोच भी नहीं सकता था कि मुंबई में हुई इतनी बड़ी चोरी के तार उनके गांव से जुड़ सकते हैं.

अगली कार्रवाई शुरू

गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को हीमपुर दीपा थाने लाया गया, जहां उनसे पूछताछ जारी है. मुंबई पुलिस की टीम जल्द ही उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई लेकर जाएगी, जहां आगे की जांच होगी और इस चोरी से जुड़े बाकी राज भी खुल सकते हैं.

गांव में चर्चाओं का दौर

इस घटना के बाद से ही गांव में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. कुछ लोग इसे अविश्वसनीय मान रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि बड़े शहरों में अपराध कर गांवों में छिप जाना अब आसान नहीं रहा. पुलिस की तेज जांच और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल ने ऐसे अपराधों का पर्दाफाश करना आसान बना दिया है.

अब देखना यह है कि पुलिस की आगे की जांच में और कौन-कौन से नाम सामने आते हैं और चोरी हुए 62 लाख के तार का क्या हुआ.

Advertisements