कांकेर । कांकेर जिले के अंदरुनी इलाकों में ग्रामीणों के समूहों को लोन देने वाली फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारी किस्त वसूलने आरबीआई की गाइडलाइन का पालन करना तो दूर घर में घुसकर ग्रामीणों को डराया धमका जा रहा है.ग्रामीणों का कहना है कि फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारी सुबह 6 बजे से घर पहुंच जाते हैं। पैसों के लिए दबाव बनाते हैं. नहीं दे पाने पर कहते हैं कि घर में रखे सामानों को लेकर जाने की बात कहते है.
साथ ही कह रहे अपने बच्चों को बेच दो,घर की महिलाओं से देह व्यापार कराओ और हमारे पैसे दो. इसके बाद भी पैसे नहीं दे सकते तो जहर खाकर मर जाओ. फाइनेंस कंपनियों की ज्यादती से परेशान भानुप्रतापपुर,दुर्गुकोंदल व अंतागढ़ ब्लॉक के 50 से ज्यादा महिला-पुरुष अपने नन्हें बच्चों के साथ शिकायत करने कलेक्टोरेट पहुंचे.
ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग लोन लेना नहीं चाहते थे. कंपनी के लोग हमारे घर आते थे और अपना लक्ष्य पूरा करने हमें दबाव डालकर समूह बनाकर लोन देते हैं. पहली बार तो जो लोन की राशि थी, हम लोगों ने पटा दी थी. दूसरी बार मना करने के बावजूद लोन दिया।बिसेलाल ने कहा कि किस्त वसूलने वाले कर्मचारी घर पहुंचते हैं और पैसे नहीं होने पर कहते हैं कि महिलाओं से देह व्यापार कराकर हमारा भुगतान करों.
राऊरवाही के पार्वती बारला ने कहा कि 10 दिन पहले कंपनी के एजेंट ने भुगतान के लिए दबाव डाला. भुगतान के लिए कुछ समय मांगने पर कंपनी एजेंट ने कहा कि लोन का भुगतान नहीं कर सकते तो जहर खाकर मर जाओ. इसके बाद मैने तुरंत मिक्सी बेचकर 1600 रुपए का भुगतान किया दिए. वही इस मामले में अपर कलेक्टर एस अहिरवार ने कहा ग्रामीणों की शिकायत मिली है जिस पर जांच कराई जाएगी.