उज्जैन में ग्रामीणों ने की 11 आरोपियों के घर तोड़ने की मांग; हजारों वाहन फंसे..

उज्जैन लव जिहाद केस में गिरफ्तार 11 आरोपियों के घर तोड़ने की मांग की जा रही है। इसे लेकर ग्रामीण सकल हिंदू समाज के साथ मिलकर कई दिनों से अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं।

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गुरुवार को भी लोग सड़क पर उतर आए और उज्जैन-झालावाड़ नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। इससे वहां वाहनों की कतारें लग गई। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों को समझाइश देने पहुंचे। ग्रामीणों से बातचीत करने के लिए उज्जैन से डिप्टी कलेक्टर कृतिका भीमावद भी वहां पहुंची।

अधिकारियों की काफी समझाइश के बाद प्रदर्शनकारी माने। 6 घंटे बाद चक्काजाम खुल सका। अधिकारियों ने ग्रामीणों को नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

तेज धूप होने के कारण ग्रामीणों ने बीच सड़क पर टेंट लगा लिया था। बातचीत का हल नहीं निकलने की सूरत में ग्रामीण रात भर डटे रहने की बात कर रहे थे। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। वहीं, झालावाड़ जाने वाले मार्ग को गरोठ की ओर डायवर्ट किया गया है।

बता दें, बिछड़ोद गांव में 6 मई को लव जिहाद का मामला सामने आया था, जिसके बाद पुलिस ने अश्लील फोटो-वीडियो और चैट के जरिए हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर दुष्कर्म करने वाले 11 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था।

नेशनल हाईवे पर लगी वाहनों की कतारें जुलूस के बाद भी ग्रामीणों की मांग थी कि आरोपियों के मकान तोड़े जाएं। पिछले हफ्ते सकल हिंदू समाज के साथ ग्रामीणों ने बिछड़ोद बंद रखा। मांगें न माने जाने पर गुरुवार को नजरपुर में उज्जैन-झालावाड़ नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर दिया था। 5 घंटे चले चक्काजाम के चलते मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।

अफसर बोले- SC गाइडलाइन के तहत कार्रवाई हालात को संभालने के लिए एसडीएम राजाराम करजरे, सीएसपी भारत सिंह यादव, तहसीलदार जीवन मोघी सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया। एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाया कि अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट की नई गाइडलाइन के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।

मुस्लिम युवक के साथ वीडियो वायरल हुआ था दरअसल, 6 मई को बिछड़ोद गांव की एक लड़की का मुस्लिम युवक के साथ वीडियो वायरल हुआ था, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने फरमान नाम के युवक और एक अन्य को पकड़कर उनके मोबाइल की जांच की, जिसमें गांव की लड़कियों के अश्लील फोटो-वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग मिली।

इसके बाद ग्रामीणों ने फरमान को घट्टिया थाना पुलिस के हवाले कर दिया और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इसके विरोध में गांव पूरी तरह बंद रखा। इस दौरान हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता भी पहुंच गए। गुस्साए ग्रामीणों ने मुख्य आरोपी के घर में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। बाद में पुलिस ने सभी आरोपियों का जुलूस निकाला।

वायरल करने की धमकी देकर कई बार दुष्कर्म पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने अश्लील फोटो-वीडियो वायरल करने का डर दिखाकर कई बार गलत काम किया था। 7 लड़कों की गैंग पिछले डेढ़ साल से टारगेट करके लड़कियों को चुनती थी। मुख्य आरोपी फरमान लड़कियों के संपर्क में रहता था। इसी ने 14 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था।

नाबालिग पीड़िता बोली- धमकाकर रेप किया 14 वर्ष की पीड़िता ने पुलिस को बताया- 30 मार्च 2025 को ईद के दिन फरमान मंसूरी ने सुनसान जगह पर मुझे जबरदस्ती पकड़ लिया। फिर गले लगा लिया। उसके दोस्त जुबैर ने मोबाइल में फोटो ले लिए और वहां से चला गया।

इसके बाद फरमान मुझे धमकाकर मंडी के गेट के पास एक कमरे में ले गया। यहां मेरे साथ बलात्कार किया। फिर बोला- यदि तू मेरे से बात नहीं करेगी या मेरे बारे में किसी को बताएगी तो हम दोनों की फोटो वायरल कर दूंगा।

गिरोह बनाकर लड़कियों को टारगेट करते थे मामले में अब तक चार लड़कियों का पता चला है। सभी एक ही जगह की रहने वाली हैं। इनमें से दो के अश्लील वीडियो मिले हैं। आरोपी दो अन्य लड़कियों से इंस्टाग्राम से जुड़े थे और संभवत: वे इनका अगला शिकार थीं।

जब दो आरोपियों को पकड़ा गया तो पता चला कि ये सभी आपस में संपर्क में थे और गैंग बनाकर लड़कियों को टारगेट कर रहे थे। मुख्य आरोपी फरमान उज्जैन आरटीओ में एजेंट का काम करता है। वह महंगी गाड़ियों में घूमता था। इसके वीडियो दिखाकर लड़कियों से सोशल मीडिया पर दोस्ती करता था।

पुलिस ने मोबाइल खंगाले तो पता चला कि आरोपी आपस में लड़कियों के वीडियो-फोटो शेयर करते थे। यह पिछले डेढ़ साल से चल रहा था। इन्होंने ग्रुप बनाकर कुछ अन्य लड़कियों से भी संपर्क किया था, लेकिन सफल नहीं हुए।

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