सीधी: शंकरपुर रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी ट्रेन के ठहराव और ओवरब्रिज निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों का संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. रेलवे ट्रैक पर बैठकर कई बार आंदोलन कर चुके ग्रामीणों को अधिकारियों के आश्वासन पर पीछे हटना पड़ा था, लेकिन अब मामला फिर गरमा गया है. रेलवे की आरपीएफ वरगवां टीम ने 32 ग्रामीणों को नोटिस भेजकर उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही है.
ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने अंडरब्रिज नहीं, बल्कि ओवरब्रिज की मांग की थी. जिसके लिए स्थानीय विधायक और सांसद ने भी रेलवे को पत्र भेजा थाबावजूद इसके, रेलवे प्रशासन जबरन अंडरब्रिज का निर्माण करा रहा है, जिससे गांव के लोगों में भारी नाराजगी है. ग्रामीणों के अनुसार, यह निर्माण उनकी सहमति के बिना किया जा रहा है और उनकी वास्तविक जरूरत को नजरअंदाज किया जा रहा है.
25 फरवरी से उग्र आंदोलन, 20 मार्च को जेल भरो अभियान
रेलवे की ओर से नोटिस मिलने के बाद ग्रामीणों ने फिर से आंदोलन का ऐलान कर दिया है. वे 25 फरवरी से शंकरपुर रेलवे ट्रैक पर धरना देंगे और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. इतना ही नहीं, 20 मार्च को ‘जेल भरो आंदोलन’ की भी घोषणा की गई है, जिसमें सर्वदलीय नेताओं के समर्थन की संभावना जताई जा रही है.
अब देखना यह होगा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस मामले में क्या कदम उठाते है. क्या ग्रामीणों की मांग पर ओवरब्रिज बनेगा, या फिर रेलवे अपनी योजना के मुताबिक अंडरब्रिज का निर्माण पूरा करेगा? फिलहाल, पूरे इलाके की नजर इस घटनाक्रम पर टिकी हुई है.