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बांग्लादेश में फिर हुई हिंसा, सचिवालय को घेरा, जमकर चले लाठी-डंडे, 50 घायल

बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा की खबर है. राजधानी ढाका में सचिवालय के पास बीती रात अंसार ग्रुप के सदस्यों और छात्रों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस घटना में 50 लोग घायल हुए हैं. अंसार ग्रुप के सदस्य नौकरियों को स्थाई करने की मांग के साथ बीते कुछ दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे.

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ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना रविवार रात उस समय हुई, जब हजारों की संख्या में छात्रों ने हाथों में लाठी-डंडे लेकर सचिवालय की ओर मार्च करना शुरू किया. दरअसल अंसार ग्रुप के सदस्यों ने सचिवालय को सीज कर दिया था. उन्होंने सचिवालय का गेट बंद कर दिया था. सचिवालय के भीतर मौजूद सरकारी अधिकारियों को बाहर आने नहीं दिया गया. इस बीच कई छात्र भी अंदर ही कैद हो गए जिन्होंने सोशल मीडिया के जरिए सैकड़ों छात्रों से सचिवालय आने की अपील की थी.

क्यों हुई हिंसक झड़प?

सूत्रों का कहना है कि एंटी डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट के कई संयोजकों ने छात्रों से राजू स्कल्पचर पर इकट्ठा होने को कहा था, जहां से इन छात्रों ने सचिवालय की तरफ कूच किया. शुरुआत में अंसार ग्रुप के सदस्यों ने पीछे हटना शुरू कर दिया था. लेकिन उन्होंने बाद में डंडे लेकर छात्रों का पीछा करना शुरू किया. इस बीच एक दूसरे पर जमकर पथराव हुआ, जिससे दोनों समूहों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई. इस घटना में दोनों तरफ के लोग घायल हुए हैं.

अंसार ग्रुप के सदस्यों ने सचिवालय में जिन लोगों को डिटेन किया था, उनमें छात्र नेता और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार नाहिद इस्लाम भी थे. इससे छात्र भड़क गए. छात्रों ने अंसार ग्रुप के प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने का प्रयास किया. दोनों तरफ से एक दूसरे पर पथराव किया गया. बाद में पुलिस ने स्थिति को काबू में किया.

अंसार ग्रुप (होमगार्ड) पिछले दो दिनों से प्रदर्शन कर रहा है. इस ग्रुप की मांग है उनकी नौकरियों को स्थायी किया जाए. वहीं, छात्रों का आरोप है कि अंसार ग्रुप बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के एजेंट के तौर पर काम कर रहा है.

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