मणिपुर के कामजोंग जिले के सहमफुंग उप-मंडल के अंतर्गत गमपाल और हैयांग गांव में बुधवार सुबह करीब 9:00 बजे अज्ञात बदमाशों ने गांव के कई घरों में आग लगा दी. आगजनी की घटना ने इलाके में तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है, जिससे सार्वजनिक शांति और सुरक्षा को खतरा है.आगजनी की घटना के बाद जिला मजिस्ट्रेट ने बुधवार दोपहर 2:00 बजे से कर्फ्यू लगा दिया.
यह आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 की धारा 163 की उप-धारा 1 के तहत जारी किया गया था. यह लोगों के अपने घरों से बाहर निकलने और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाली किसी भी गतिविधि पर रोक लगाता है.
कर्फ्यू अगले नोटिस तक लागू रहेगा. हालांकि, कानून और व्यवस्था बनाए रखने या आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में शामिल सरकारी एजेंसियों को छूट दी गई है और उन्हें अपना काम जारी रखने की अनुमति है.
आगजनी की घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण
इसके अतिरिक्त, जिला मजिस्ट्रेट ने स्थिति पर बारीकी से नजर रखने और शांति सुनिश्चित करने के लिए, सहमफुंग के एसडीसी हंग्यो युरेइकन को गम्पाल और हैयांग के पूरे क्षेत्र के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है.
स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि वे दोषियों की पहचान करने और आगे की हिंसा को रोकने के लिए काम कर रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि सात से अधिक घर, मुख्य रूप से फूस की छत वाले ढांचे, जलकर राख हो गए.
मणिपुर में मई 2023 से लगातार घट रही है हिंसा
आधिकारिक आदेश में पीटर ने कहा, “इस तरह की गड़बड़ी से शांति भंग हो सकती है, सार्वजनिक शांति को खतरा हो सकता है और मानव जीवन और संपत्तियों को खतरा हो सकता है.” हालांकि, ये प्रतिबंध कानून और व्यवस्था बनाए रखने या आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में शामिल सरकारी एजेंसियों पर लागू नहीं होते हैं.
बता दें कि मणिपुर मई 2023 से लगातार हिंसा की घटना घट रही है और इस साल फरवरी से राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है. केंद्र सरकार की ओर से मणिपुर में शांति स्थापित करने के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं. कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों के साथ लेकर हाल में केंद्र सरकार ने बैठक भी की थी और दोनों समुदाय के बीच अशांति समाप्त करने की लगातार कोशिश की जा रही है. इसके बावजूद मणिपुर में लगातार हिंसक वा
रदात हो रहे हैं