मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह द्वारा कुकी-जो समुदाय के लिए अलग प्रशासन की मांग को खारिज करने के बाद एक बार फिर यहां हिंसा शुरू हो गई है. इम्फाल के बाहरी इलाके में ताजा हिंसा भड़क उठी है, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. इस हमले के बाद सुरक्षा बलों की टीम अलर्ट पर है.
बताया जा रहा है कि हिंसा की ताजा घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. गोलीबारी की शुरुआत रविवार दोपहर 2:35 बजे कांगपोकपी के नखुजंग गांव से कडंगबंद के पास हुई.
पुलिस ने ताजा हिंसा पर चुप्पी साध ली है, और कडंगबंद इलाके के लोगों का दावा है कि एक ड्रोन से एक घर पर “बम” गिराया गया है. स्थानीय लोगों ने ड्रोन द्वारा बम गिराने के कथित वीडियो भी साझा किए, जिसमें लोग अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहे हैं. हालांकि, वीडियो का सत्यापन नहीं किया गया है.
हमले में एक 31 वर्षीय नगामबम सुरबाला की मौत हो गई. उन्हें इंफाल के रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) में मृत लाया गया था, जो कांगपोकपी से 45 किमी की दूरी पर है. इस हमले में उनकी एक 6 वर्षीय बेटी भी घायल हो गई, जिनके दाएं हाथ पर गंभीर चोट आई है.
Heavy attacks & Bombarding using drones by Kuki Militants at Koutruk Village, I/W Manipur killed one meitei woman & sustaining many injured including a minor daughter of the deceased, state police & media person today. @narendramodi @AmitShah @rajnathsingh @BJP4India @PMOIndia pic.twitter.com/cOwB94vgs5
— Maharaja Sanajaoba Leishemba. (@MaharajaManipur) September 1, 2024
कांगपोकपी एक कुकी-प्रधान क्षेत्र है, जबकि इंफाल पश्चिम मैतेई-प्रधान घाटी में आता है. मई 2023 से मैतेई समुदाय और कुकी जनजातियों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर संघर्ष चल रहा है. मैतेई समुदाय के सदस्यों का आरोप है कि “कुकी आतंकवादियों” ने महिला की हत्या की, जबकि कुकी जनजातियों के सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि मैतेई ने पहले कांगपोकपी के कुकी गांवों पर गोलीबारी की.
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने एक इंटरव्यू में कुकी-जो समुदाय की अलग प्रशासन की मांग को खारिज करते हुए शांति का आश्वासन दिया था, जिसके बाद मणिपुर में शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन भड़क उठा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राज्य को न ही तोड़ा जाएगा और न ही यहां अलग प्रशासन की अनुमति दी जाएगी. पीएम मोदी के राज्य के दौरे पर पूछे गए एक सवाल को उन्होंने अनावश्यक बताया था.