रायपुर के भाटागांव स्थित जिलेट बार में खाने-पीने के बिल को लेकर हिंसक झगड़ा सामने आया। घटना में आरोपियों ने बार में रखे कंप्यूटर और शराब की बोतलें भी तोड़ दीं। स्थानीय वेटर राहुल साहू ने बताया कि वह पिछले छह महीने से बाहर वेटर का काम कर रहे हैं। 3 अक्टूबर की शाम, विवेक धनगर अपने साथियों के साथ बार में शराब पीने आए। जब राहुल ने बिल लाया, तो विवेक और उसके साथियों ने बिल ज्यादा होने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज करना शुरू कर दिया।
झगड़े के दौरान आरोपियों ने राहुल के साथ धक्का-मुक्की की, जिससे वेटर के हाथ और पीठ में चोटें आईं। इस दौरान बार में रखे कंप्यूटर और शराब की बोतलें भी टूट गईं। राहुल ने बताया कि आरोपी बार में जल्दी सर्विस देने के बहाने भी उन्हें धमकाने लगे।
इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है।
स्थानीय निवासी भी इस घटना से चिंतित हैं और बार में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। बार के कर्मचारी बताते हैं कि ऐसी घटनाओं से न केवल उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ती है, बल्कि व्यवसाय को भी नुकसान होता है।
पुलिस ने बार मालिक और कर्मचारियों को सुरक्षा उपाय बढ़ाने की सलाह दी है। घटना ने बारों और रेस्टोरेंट में ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए सुरक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस प्रकार की हिंसा रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने की बात कही है। बार मालिक ने कहा कि वह भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा कैमरे और अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था करेंगे।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि खाने-पीने के बिल जैसे मामूली विवाद भी हिंसक रूप ले सकते हैं, यदि समय पर रोकथाम और सही कार्रवाई न की जाए। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी असामाजिक गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि किसी बड़ा हादसा होने से पहले रोका जा सके।