जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर तक जाने वाले प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ स्थानीय लोगों का विरोध-प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को भी करीब 2 हजार लोगों ने प्रोजेक्ट के खिलाफ उग्र-प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस पर पथराव भी हुआ.
22 नवंबर को शुरू हुई इस प्रोटेस्ट का सोमवार को चौथा दिन था. ये प्रदर्शन पिछले तीन दिनों से लगातार जारी है. आज चौथे दिन प्रदर्शनकारियों के साथ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह भी मौजूद थे. बता दें कि भूपेंद्र पिछले कुछ सालों से वैष्णो देवी ट्रैक पर काम करने वाले मजदूरों के नेता भी हैं.
प्रदर्शन पर उतरे मजदूरों को सोमवार को पुलिस ने रोकने की कोशिश की. हालांकि, उन्होंने पुलिस की बात नहीं सुनी. जब पुलिस ने उन्हें सख्ती के साथ हटाने की कोशिश की तो उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. फिलहाल पुलिस प्रशासन के साथ सीआरपीएफ 6 बटालियन भी मौके पर है और लगातार प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है.
#WATCH | J&K: People hold protest against the Mata Vaishno Devi ropeway project, in Katra pic.twitter.com/soomGQqYCa
— ANI (@ANI) November 25, 2024
250 करोड़ रुपए की है परियोजना
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड 12 किलोमीटर ट्रैक के साथ ताराकोटे मार्ग से सांजी छत के बीच 250 करोड़ रुपये की यात्री रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, इस योजना की घोषणा के बाद दुकानदारों, खच्चर और पालकी मालिकों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इसकी शुरुआत 22 नवंबर को हुई थी.
गेम चेंजर साबित होगा रोपवे प्रोजेक्ट
श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित और तेज यात्रा की सुविधा के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित रोपवे परियोजना के कार्यान्वयन की घोषणा पिछले हफ्ते की थी. श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग के मुताबिक रोपवे परियोजना एक गेम चेंजर होगी. खासकर उन तीर्थयात्रियों के लिए जिन्हें मंदिर तक यात्रा करना चुनौतीपूर्ण लगता है.