विराट कोहली 15 मार्च को अपनी आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से जुड़े थे. इस दिन फ्रेंचाइजी ने पादुकोण-द्रविड़ सेंटर फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस में ‘इनोवेशन लैब इंडियन स्पोर्ट्स समिट’ नाम से एक इवेंट का आयोजन किया. इस दौरान टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने सीरीज के दौरान परिवार को खिलाड़ियों से दूर रखने को लेकर नाराजगी जताई. आईपीएल 2025 शुरू होने से पहले उन्होंने BCCI के इस नियम पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. उनका मानना है कि खराब प्रदर्शन से परिवार के सदस्यों का कोई लेना-देना नहीं होता है, बल्कि उनके रहने से प्रदर्शन में सुधार लाने में जरूर मदद मिलती है.
नियम को लेकर क्या बोले कोहली?
विराट कोहली ने टूर के दौरान परिवार की मौजूदगी को सीमित करने और खराब प्रदर्शन के लिए उन्हें दोषी ठहराए जाने पर निराशा जताई. उन्होंने कहा, ‘लोगों को समझाना बहुत मुश्किल है कि जब भी मैदान पर कुछ गंभीर घटना होती है, तो परिवार के पास लौटना कितना जरूरी होता है. मुझे नहीं लगता कि लोग इस बात को समझते हैं कि यह कितना जरूरी है. इसलिए मैं काफी निराश हूं, क्योंकि जिनका खेल पर नियंत्रण नहीं होता, उन्हें निशाना बनाया जाता है. उन्हें दोष दिया जाता है और बातचीत शुरू हो जाती है कि शायद उन्हें दूर रखने की जरूरत है.’
‘प्रदर्शन सुधारने में मिलती है मदद’
विराट कोहली ने आगे समझाया कि कैसे परिवार की वजह से खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन को सुधारने में मदद मिलती है. कोहली ने कहा, ‘अगर आप किसी भी खिलाड़ी से पूछें कि क्या आप चाहते हैं कि आपका परिवार हमेशा आपके आसपास रहे? तो वो हां कहेगा.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं अपने कमरे में अकेले बैठकर उदास नहीं रहना चाहता. मैं सामान्य रहना चाहता हूं और तब आप अपने खेल को एक जिम्मेदारी के रूप में देख सकते हैं. आप उस जिम्मेदारी को पूरा करते हैं और फिर सामान्य जीवन में लौट आते हैं.’
क्या है BCCI का नियम?
टीम इंडिया को पिछले साल घरेलू टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा था. ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो सीरीज जीतने वाली भारतीय टीम का प्रदर्शन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी काफी खराब रहा. विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा समेत कई खिलाड़ी बुरी तरह फ्लॉप रहे थे. इसके बाद BCCI ने एक सख्त ट्रेवल पॉलिसी की घोषणा की थी और विदेशी दौरे के दौरान खिलाड़ियों के परिवार की मौजूदगी को सीमित कर दिया था. नियम के तहत अब खिलाड़ियों के पार्टनर और बच्चे हर सीरीज में सिर्फ एक बार दो सप्ताह तक के लिए आ सकते हैं. इससे कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों को बड़ा झटका लगा. पहले इस तरह की कोई रोक नहीं थी