डीडवाना – कुचामन : जयपुर के सांगानेर स्थित सेक्टर 3 प्रताप नगर में लोक देवता वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को कुछ असामाजिक तत्वों ने खंडित कर दिया यह मूर्ति वहां कई वर्षों से स्थापित थी घटना के विरोध में विश्व जाट महासभा उतर आया है. कुचामन सिटी में विश्व जाट महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष परसाराम बुगालिया के नेतृत्व में कमलकांत डोडवाडिया, मुननाराम महला, धर्मेंद्र निठारवाल, भगवान सिंह सहित कई लोगों ने कुचामन तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है.
ज्ञापन में मांग की गई है कि मूर्ति खंडित होने से तेजाजी महाराज के करोड़ों भक्तों और श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. सरकार से दोषी व्यक्तियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की गई है. संगठन के पदाधिकार्यों के मुताबिक तेजाजी महाराज 36 काम के लोक देवता है और इस घटना को लेकर पूरे प्रदेश में लोगों में रोष है. जयपुर में प्रताप नगर के वीर तेजाजी मंदिर में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मूर्ति क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद विश्व जाट महासभा ने प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाए विश्व जाट महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष परसाराम बुगालिया का कहना है कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए की गई है इसलिए इस पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.
घटना की गंभीरता को देखते हुए विश्व जाट महासभा ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की । विश्व जाट महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष परसाराम बुगालिया और कमलकांत डोडवाडिया ने यह भी कहा कि यह केवल धार्मिक स्थल पर हमला नहीं है, बल्कि समाज में अशांति फैलाने की एक सोची-समझी चाल है. उन्होंने सरकार से इस मामले की न्यायिक जांच करवाने और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की चेतावनी देते हुए. उन्होंने कहा कि लोक देवता वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित किए जाने वालों का पता लगा कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएग उन्होंने ज्ञापन में यह भी लिखा है कि जल्दी ही कार्रवाई नहीं हुई तो तेजाजी भक्तों के साथ विश्व जाट महासभा के सदस्य प्रदेश भर में सड़को पर आंदोलन करने पर मजबूर होगे.