एक अमेरिकी सांसद जिनकी बीमारी के कारण आवाज चली गई, उनकी जिंदगी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी एक फरिश्ता बनकर आई है. नॉर्दन वर्जीनिया से कांग्रेस की डेमोक्रेट सदस्य जेनिफर वेक्सटन ने AI प्रोग्राम के जरिए बोलने की क्षमता लगभग वापस पा ली है. एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के चलते अपनी आवाज खोने के बाद अमेरिकी संसद में उनकी मौजूदगी और स्पीच के दौरान उनकी आवाज को क्लोन करने के लिए AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया.
यह पहली बार था जब किसी ने AI-क्लोन की गई आवाज से अमेरिकी सदन में भाषण दिया. AI से बनी अपनी आवाज को सुनने के बारे में वेक्सटन ने कहा कि यह अब तक की सबसे खूबसूरत बात थी. अब वे एआई से अपनी बातचीत कर पा रही हैं. उनके लिए एआई एक ऑप्शन बनकर आया जिससे वे अपनी बात को सबके सामने रख सकती हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पहले ये ऐप इस्तेमाल करती थीं वेक्स्टन
2023 में वेक्सटन को पता चला कि वे प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लियर पाल्सी (PSP) से पीड़ित हैं. यह एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जो बोलने में रुकावट पैदा करता है. इसकी वजह से उन्होंने 2024 का चुनाव लड़ने तक का ऐलान कर दिया.
जैसे-जैसे उनकी हालत बिगड़ती गई, वेक्सटन ने बात करने के लिए आम टेक्स्ट-टू-स्पीच ऐप का सहारा लिया, लेकिन इससे उनकी आवाज इंसान से ज्यादा रोबोट जैसी लगने लगी.
ElevenLabs ने की मदद
टेक्स्ट-टू-स्पीच ऐप के साथ वेक्सटन को काफी परेशानी हो रही थी. ऐसे में AI स्टार्टअप ElevenLabs ने उनके ऑफिस में कॉन्टैक्ट किया. ये कंपनी वॉयस क्लोनिंग सर्विस के लिए पूरी दूनिया में फेमस है. इलेवनलैब्स ने अपने एआई मॉडल से वेक्स्टन की आवाज बनाई.
अब वे iPad का इस्तेमाल करके बातचीत करती हैं. आईपैड पर अपनी बात को टाइप करती हैं, और इसे एआई प्रोग्राम के जरिए अपनी आवाज में बदल देती हैं.
वेक्सटन ने पहली बार इस महीने की शुरुआत में ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ बैठक के दौरान क्लोन की गई आवाज का इस्तेमाल किया.