मध्य प्रदेश जबलपुर के भेड़ाघाट रोड पर आयोजित ‘घाट फेस्टिवल’ में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब कार्यक्रम में सितारे मंच पर नहीं पहुंचे. दर्शकों ने आयोजकों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया और देर रात जमकर तोड़फोड़ कर दी. कार्यक्रम में कुर्सियां फेंकी गईं. 23 जनवरी की रात आयोजित कार्यक्रम के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया था. जिसमें इन दोनों कलाकारों की प्रस्तुति प्रमुख आकर्षण थी. कार्यक्रम के समय दोनों कलाकार मंच पर नहीं पहुंचे. जिससे दर्शकों का गुस्सा भड़क उठा.
इस दौरान इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘सिनेक्राफ्ट इवेंट ऑर्गेनाइजर’ पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने गुस्साए लोगों को समझाने की कोशिश की. जिसके बाद मामला शांत हो सका. आयोजक राहुल मिश्रा और उनकी टीम ने 22 से 26 जनवरी तक चलने वाले इस फेस्टिवल के लिए लाखों के टिकट बेचे थे. दर्शकों का कहना है कि उन्होंने महंगे टिकट खरीदे, लेकिन कार्यक्रम को लेकर आयोजकों ने उन्हें धोखा दिया. मंच पर परफॉर्म न करने का कारण कलाकारों और आयोजकों के बीच पैसों का विवाद बताया जा रहा है.
इस विवाद के चलते कार्यक्रम में पीयूष मिश्रा और सुनील ग्रोवर नहीं पहुंचे. दर्शकों के बढ़ते आक्रोश के बीच आयोजक राहुल मिश्रा मौके से फरार हो गए. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया. सिनेक्राफ्ट इवेंट ऑर्गेनाइजर के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है. पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. जबलपुर के एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है.
पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी
आयोजकों और दर्शकों के बीच हुई घटनाओं की हर पहलू से जांच होगी. पुलिस दर्शकों से भी अपील कर रही है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखें. इस घटना ने जबलपुर के आयोजनों की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं. दर्शक अब भविष्य में किसी भी इवेंट के लिए सतर्कता बरतने की बात कर रहे हैं. पुलिस मामले की गहराई से जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दे रही है.
वहीं पूरे मामले में जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर अतिरिक्त तहसीलदार गोरखपुर रश्मि चौधरी ने भेड़ाघाट थाने में घाट फेस्टिवल के आयोजक राहुल मिश्रा, आदित्य मिश्रा और अन्य के खिलाफ एफआईआरदर्ज कराई है. जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी राहुल मिश्रा को गिरफ्तार भी कर लिया है. बताया जा रहा है कि घाट फेस्टिवल में श्रेणी के आधार पर 600 रुपये से लेकर 3500 रुपए तक की टिकट रखी गई थी. जिसमें करीब 2000 से ज्यादा दर्शक प्रोग्राम में पहुंचे थे.
वीडियो हो रहे वायरल
घाट फेस्टिवल के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. जहां वीडियो में दर्शन स्टेज में कुर्सियां फेंकते हुए और तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही कुछ दर्शकों का कहना था कि जब प्रोग्राम नहीं हुआ है तो उनके पैसे वापस किया जाएं. घंटों चले हंगामे के बाद जब इवेंट मैनेजमेंट ने पैसा वापस नहीं किया तो दर्शकों ने प्रोग्राम स्थल से कुर्सियों के साथ-साथ अन्य सामान भी अपनी कार में रखा और घर ले गए.
कांग्रेस करेगी आंदोलन
वहीं पूरे मामले अब शहर कांग्रेस भी एक बड़ा आंदोलन करने जा रही है. जिला शहर कांग्रेस कमेटी नगर अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा का कहना है कि ‘घाट फेस्टिवल’ के नाम पर जबलपुर की जनता से अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति के साथ मिलकर पर्यटन विभाग ने जनता को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है. जिसको लेकर कल कांग्रेस पार्टी पुलिस अधीक्षक जबलपुर को शिकायत सौंपेगी और उच्च स्तरीय जांच की मांग करेगी. सौरभ नाटी शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के द्वारा घाट फेस्टिवल का आयोजन किया गया था.
जिसमें मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने मध्य प्रदेश की जनता से इस आयोजन में सम्मिलित होने की अपील की थी. इस कार्यक्रम के लिए विभाग ने हजारों रुपये की टिकटें निर्धारित की थीं. जबलपुर सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आम लोगों ने मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग की विश्वसनीयता पर भरोसा करते हुए करोड़ों रुपये की टिकट खरीदीं थीं लेकिन मध्यप्रदेश सरकार और पर्यटन विभाग ने जनता के साथ बड़ी धोखाधड़ी और लूट की है.