विदिशा में गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं से मारपीट का मामला सामने आया है. हॉस्टल की वॉर्डन ने 6वीं की 5 से 6 छात्राओं को थप्पड़ मारे, छड़ी से पिटाई की. एक छात्रा बेहोश हो गई. उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. हॉस्टल वॉर्डन का कहना है कि छात्राएं पढ़ नहीं रही थी, इसलिए मैंने एक-दो थप्पड़ मारे थे.
मामला ग्राम पंचायत पीपलधार के बालिका छात्रावास में मंगलवार सुबह का है। बच्चों से मारपीट की सूचना पर अभिभावक भी हॉस्टल पहुंच गए. उन्होंने कहा कि हम बच्चियों को घर लेकर जा रहे हैं.जब तक वॉर्डन तबस्सुम खान को सस्पेंड नहीं किया जाता, तब तक हम बच्चियों को वापस नहीं भेजेंगे.
15 दिन पहले ही हॉस्टल में रहने आईं
जिन छात्राओं से मारपीट हुई है सभी ने इसी साल 6वीं में एडमिशन लिया है। ये सभी करीब 15 दिन पहले ही हॉस्टल में रहने आई हैं. मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे छात्राएं स्कूल पहुंचीं. वहां पहुंचने पर एक छात्रा बेहोश हो गई. चार-पांच अन्य छात्राओं ने भी घबराहट और चक्कर आने की बात कही.
शिक्षकों के पूछने पर उसके साथ आई अन्य छात्राओं ने बताया कि आज हॉस्टल में वार्डन मैडम ने मारपीट कर दी थी. छात्राओं के हाथों पर छड़ी से मारपीट के निशान थे.
स्कूल स्टाफ छात्रा को अस्पताल लेकर पहुंचे
स्कूल स्टाफ ने तत्काल छात्रा को पीपलधार के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर नहीं मिले। इसके बाद गांव के स्थानीय डॉक्टर को दिखाया. अन्य छात्राओं की भी जांच कराई. डॉक्टर ने एक छात्रा को शमशाबाद रेफर कर दिया। कुछ देर बाद शमशाबाद से एक डॉक्टर स्कूल में आए. उन्होंने छात्राओं की जांच की.
छात्राएं बोलीं- इतना तेज मारा कि छड़ी टूट गई
छात्राओं ने बताया कि उनके साथ पहले भी मारपीट की जा चुकी है. वार्डन ने किसी से शिकायत न करने दबाव बनाया था. छात्रावास में कई अनियमितताएं हैं। बच्चों ही अपने कमरे की सफाई करते हैं. मैन्यू के अनुसार और समय पर खाना और नाश्ता भी नहीं दिया जाता है.छात्रा ने बताया कि तबस्सुम मैडम हमसे गिनती पूछ रहीं थी. 89 की जगह 99 और 60 के बाद 70 बताने पर उन्होंने छड़ी से मारा। वो इतनी तेज मार रहीं थी कि छड़ी टूट गई.