चीन में आज (22 अप्रैल) भारी बारिश और बाढ़ आने की संभावना है। इसका असर दिखने भी लगा है. दक्षिण चीन के कई शहरों में 16 अप्रैल से हो रही तेज बारिश के चलते पानी भर गया है. 44 से ज्यादा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
सिंगापुर की नेशनल न्यूज एजेंसी CNA के मुताबिक बाढ़ के कारण अब तक 11 से ज्यादा लोग लापता हैं. वहीं भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 6 लोग घायल हो चुके हैं. हालांकि, किसी के हताहत होने की अभी कोई खबर नहीं है.
लोकल प्रशासन लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू मिशन चला रहा है. अब तक 60 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है इमरजेंसी सेवाएं अलर्ट मोड पर हैं. बाढ़ के चलते अब तक 165 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है.
चीन के राष्ट्रीय मौसम विभाग के मुताबिक 21 अप्रैल की शाम को साउथ चीन के तटीय क्षेत्रों से एक तूफान टकराया है, जिसके कारण चीन में सदी की सबसे बड़ी बाढ़ आ सकती हैं. माना जा रहा है कि इस तूफान से लगभग 12 करोड़ लोग प्रभावित होंगे. मौसम विभाग ने पहले ही इस तूफान को लेकर चेतावनी जारी कर दी थी.
गुआंग्शी शहर और हेझोउ शहर में 65 भूस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं. पिछले 4 दिनों से लगातार बारिश के कारण गुआंग्डोंग शहर में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे पर्ल रिवर डेल्टा पानी से भर गया है. कई रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है और एक मंजिला तक घर डूब गए हैं.
सरकार ने हालत ठीक होने तक समुद्री इलाकों में जाने पर रोक लगा दी है. साउथ चीन की सबसे मुख्य बेई नदी उफान पर है, यहां सोमवार तक रिहायशी इलाकों में 19 फीट ऊपर तक पानी भर गया है.
चीन में हर 50 साल में एक बार ऐसी बाढ़ आती है. गुआंग्डोंग में प्रशासन इमरजेंसी मोड की तैयारी में है. इसके अलावा जियांग्शी और फुजियान में मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना जताई है.
तूफान का असर झाओकिंग, शोगुआन, क्विंगयुआन और जियांगमेन शहरों पर भी दिखने लगा है. यहां 12 घंटों से भारी बारिश हो रही है. झाओकिंग के पूरे शहर में बिजली गायब है. तीन प्रांतों में अगले आदेश तक 1 हजार से ज्यादा स्कूलों को बंद कर दिए गया है. शहर में मोबाइल सिग्नल भी गायब हो गए है. गुआंग्डोंग में किंगयुआन और शोगुआन में सेना को मदद के लिए भेजा गया है.
गुआंग्डोंग में 27 हाइड्रोलॉजिकल स्टेशन अलर्ट पर है. यहां बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हो रही है. इससे पहले जून 2022 में चीन में इतनी भीषण बाढ़ आई थी.