झारखंड के रांची में पुलिस ने एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. ‘ट्रेडिंग के जरिए मुनाफा कैसे कमाएं’…आरोपी सोशल मीडिया पर ऐसे रील्स बनाता था. उसके रील्स देखकर कई लोग झांसे में आए और ठगी का शिकार हो गए. आरोपी पुलिस की पकड़ में तब आया, जब एक युवक ने उसके खिलाफ शिकायत थाने में दर्ज कराई. आइए जानते हैं पूरा मामला.
फेसबुक रील्स देखते समय रांची के रहने वाले युवक ने ‘ट्रेडिंग के माध्यम से मुनाफा कमाए’ नामक लिंक पर क्लिक किया. इसके बाद अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट एप डाउनलोड हुआ. उस पर रजिस्टर करने के बाद कंपनी के कस्टमर केयर अधिकारी ने उससे वाट्सऐप पर संपर्क करके उसके बैंक अकाउंट में पैसे डाले. युवक के रजिस्टर्ड ऐप पर फेक प्रॉफिट दिखाई देने लगा. लेकिन जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की तो उसे समझ आया कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है, तब तक उसके अकाउंट से एक करोड़ 40 लाख रुपये गायब हो चुके थे.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कैसे मिला आरोपी?
युवक ने 19 मई 2024 को अपराध अनुसंधान विभाग (CID) झारखंड और रांची के साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई. जांच के बाद उस अकाउंट के ट्रांजैक्शन की आईपी का सर्वर दुबई में पाया गया. इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (14C) और तेलंगाना पुलिस ने आरोपी को हैदराबाद के रंगारेड्डी क्षेत्र से अपराधी को गिरफ्तार किया.
94 शिकायतें दर्ज
जांच में पता चला कि अपोलो इंटरप्राइजेज के एसबीआई बैंक के अकाउंट नंबर के खिलाफ देश के कई राज्यों से 94 शिकायतें दर्ज हैं. 20 दिनों में 4 करोड़ 60 लाख रुपये उस खाते में क्रेडिट हुए थे. आरोपी के पास मोबाइल व सिमकार्ड, प्रोपराइटरशिप फर्म के नाम पर बैंक खाता खोलने के लिए रेंटल एग्रीमेंट, उद्योग रजिस्ट्रेशन, आधार व पैन कार्ड और ठगी के वॉट्सएप चैट बरामद हुए. सीआईडी ने पीड़ित के 20 लाख से ज्यादा रुपये वापस कर लिए हैं. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.