Vayam Bharat

थाने पर पथराव की क्या पहले से थी प्लानिंग? बवालियों को होटल में ठहराया, घर-घर बांटे थे पर्चे; छतरपुर हिंसा की कहानी

मध्य प्रदेश के छत्तरपुर शहर में कोतवाली पर पथराव के मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या बढ़कर 25 पहुंच गई है. कोतवाली पुलिस तीन दर्जन से ज्यादा आरोपियों से भी पूछताछ कर रही है, इस बीच प्रशासन ने 16 आरोपियों के हथियारों के लाइसेंस भी निलंबित कर दिए हैं. शुक्रवार को पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च निकालते हुए मुस्लिम बहुल इलाकों और मस्जिदों का भी निरीक्षण किया. प्रशासन ने आरोपियों की दूसरी अवैध संपत्तियों के बारे में पता लगाया है. इधर वारदात के बाद फरार मुख्य आरोपी शहजाद अली हाजी की गुरुवार को प्रशासन ने आलीशान हवेली पर बुलडोजर चलाकर उसे जमीनदोज कर दिया है.

Advertisement

शुक्रवार को एक वीडियो जारी किया गया जिसमें शहजाद अली हाजी ने खुद को निर्दोष बताते हुए घटना को गहरी साजिश बताया और मुख्यमंत्री से मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. शहजाद अली और उसके भाइयों को लेकर कुछ नए खुलासे भी सामने आए हैं. उसके छोटे भाई पर हथकंडे अपनाकर वन विभाग की बेशकीमती 17 एकड़ कि जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगे हैं.

17 एकड़ जमीन पर अवैध का मामला

शहजाद हाजी अली के भाई इम्तियाज का फॉरेस्ट कि 17 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से कब्जा है. यहां अक्सर हिरण घूमते रहते हैं. जुलाई 2023 में वन विभाग ने अतिक्रमण के खिलाफ शहजाद के भाई इम्तियाज अली के खिलाफ मामला दर्ज किया था लेकिन बाद में उसके रसूख के चलते कब्जा नहीं हट सका और वन विभाग ने कार्यवाही को रोक दिया. आरोप है कि सीसीएफ संजीव झा कुछ साल पहले छतरपुर डीएफओ के पद पर पदस्थ थे, बाद में उन्हीं की सीसीएफ के पद पर नियुक्ति हो गई. उनकी भी इस मामले में संलिप्ता की आशंका है.

हथियारों का लाइसेंस सस्पेंडिड

एक साल पुराने मामले में कार्यवाही नहीं हो रही है. हालांकि सीसीएफ संजीव झा का कहना है कि अतिक्रमणकारी उनका कोई करीबी नहीं है. मामले में विभाग की ओर से जांच हुई है और पीओआर की जानकारी डीएफओ कार्यालय के पास है. मामले की जांच करवाकर अतिक्रमण को हटाया जाएगा. शहजाद के भाई पार्षद आजाद सहित 16 लोगों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं. शुक्रवार को जिला मजिस्ट्रेट पार्थ जायसवाल ने एसपी अगम जैन के प्रतिवेदन संदिग्ध गतिविधियों में सम्मिलित होने पर 16 आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है.

किसके पास क्या मिला?

दरअसल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है इससे शांतिभंग होने की आशंका के चलते एसपी ने लाइसेंस निलंबित करने का प्रतिवेदन जिला मजिस्ट्रेट के सामने रखा जिसमें मुख्य आरोपी शहजाद अली और मोहम्मद इरफान की राइफल, आजाद अली की राइफल और दो नाली बंदूक, नाजिम चौधरी की 12 बोर की दो नाली बंदूक, रफत उल्ला खान की राइफल, परवेज खान, मुख्तार, जुनैद खान, तारिक, शकील अहमद, फैजान, नईम खान, आरिफ खान, नसीम खान, इकबाल, शादाब हमीद उर्फ सोनू का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है.

उमा भारती पर किया था जानलेवा हमला

घटना के मुख्य आरोपी शहजाद के भाई फैयाज अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फैयाज पर साल 1998 में लोकसभा चुनाव के दौरान उमा भारती पर जानलेवा हमले का मामला दर्ज हुआ था. इसी बीच बुधवार को हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर कई बड़े खुलासे भी सामने आ रहे हैं. इस पूरी घटना को लेकर लंबी साजिश और बड़ा प्लान बताया गया था. आरोपियों ने घटना को अंजाम दिए जाने के दो से तीन दिन पहले घर-घर में पर्चे बटवाए थे. साजिश के तहत घटना को अंजाम दिए जाने के लिए बाहर से भी पत्थर बाजों को पहले से बुलाया गया था. पत्थरबाजों की होटल में रुकने की व्यवस्था की गई थी.

इसके बाद वह कोतवाली पहुंचे जहां पुलिस जब तब स्थित समझती, आरोपियों ने उससे पहले ही पत्थर बाजी शुरू कर दी और भीड़ की आड़ में सभी भाग निकले. पुलिस ने शुक्रवार को भले ही 22 आरोपियों को जेल भेजा हो लेकिन मुख्य साजिश करता अभी भी पकड़ से दूर है. हालांकि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कलेक्टर एसपी पूरी बारीकी से आरोपियों की अवैध संपत्ति की जांच कर रही है.

Advertisements