समस्तीपुर में गहराया जल संकट! SDO बोले- जल्द होगा समाधान, पर कब मिलेगी राहत?

बिहार समस्तीपुर : जिले के सिंघिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भीषण गर्मी में पेय जल संकट उत्पन्न हो गया है। पेय जल के लिए ग्रामीण जहाँ भटकते फिर रहे हैं वही लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के लिए ” रोम जल रहा है और रोमियो बंशी बजा रहे थे ” वाली कहावत पूरी तरह से चरितार्थ कर रहे हैं.

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भूगर्भ जल का स्तर काफी नीचे चले जाने से प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में सैकड़ों सरकारी और गैर सरकारी चापाकल मृत प्राय हो गया है.जल संकट से जहाँ जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हैं वही पाशु पक्षी भी गला तर करने के लिए भटकते फिर रहे हैं.चाहें नल जल योजना हो या PHED द्वारा स्थापित जल मीनार या तो चल नहीं रहा हैं या चलाया नहीं जा रहा है.

 

वहीं विभागीय जेई सिंघिया को कार्य क्षेत्र की भी अबतक पूरी जानकारी नहीं है. कुछ ठेकेदारों की मिलीभगत से मरम्मती के नाम पर बन्दर बाट भी हो रहा है.नया चापाकल की व्यवस्था तो दूर पुराने की मरम्मती भी सम्भव नहीं हुआ है। समान्य प्रशासन भी शीतल पेय जल बूथ के नाम पर एक भी बूथ चालू नहीं है। यही बजह है कि लोगों में सरकार एवं सरकारी नुमाइंदों के प्रति आक्रोश व्याप्त है.इसके कुप्रबंधन का प्रभाव आगमी विधानसभा चुनाव के समय दिखेगा.

 

 

वहीं इस संबंध में सिंघिया प्रखंड विकास पदाधिकारी विवेक रंजन से पूछने पर उन्होंने बताया है कि अंचल द्वारा जरूरत अनुसार शीतल पेय जल बूथ स्थापित किया जाना है लेकिन अब तक किसी भी स्थान पर व्यवस्था नहीं की गई हैं, जल्द ही पेय जल बूथ चौक चौराहे लगवाने के लिए वरीय अधिकारियों से बात किया जाएगा.

 

वहीं सिंघिया अंचलाधिकारी सरिता रानी ने इस संबंध में वरीय अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कोई लेटर या आदेश जारी आदि नहीं किया गया हैं.

 

बताते चलें कि यहीं स्थिति समस्तीपुर जिले के अधिकांश प्रखंडों में पेय जल संकट दिख रहा हैं वहीं सार्वजनिक पेय जल बूथ की स्थापना कहीं नहीं किया गया हैं.रोसड़ा SDO संदीप कुमार बताया है ने जिला से दिशा निर्देश लेने की बात बताते हुए जल्द ही पेय जल संकट को दूर करने की बात बताई गई.

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