श्योपुर में ‘जल प्रलय’: 24 घंटे की बारिश ने मचाई तबाही, पुल तोड़ने की मांग उठी!

मध्य प्रदेश : सहित श्योपुर जिले में मानसून से आफत बरस रही है.श्योपुर जिले में मूसलाधार बारिश के कारण श्योपुर और बड़ौदा नगर की स्थिति खराब हो गई है.जिले में 24 घंटे में जल प्रलय जैसे हालात बन गए हैं. श्योपुर शहर के निचली बस्तियों में पानी का भराव होने से लोगों की मुसीबत बढ़ गई है.शहर के लोग वर्तमान हालात में डर के साए में जीने को मजबूर बने हुए है.हालांकि जिला प्रशासन सहित नगर पालिका सीएमओ राधे रमन यादव मौके पर टीम के साथ मोजूद है और लोगों को समझाइश भी दी जा रही है कि बाढ़ का पानी बढ़ने के बाद लोग अपने घरों को खाली करे.

 

कांग्रेस नेता सहित लोग बोले पुल को तोड़ा जाए जिससे बाढ़ के हालात न बने 

श्योपुर के कांग्रेस नेता चीनी कुरैशी और लोगों ने बताया कि श्योपुर नगर में बारिश का पानी आता है तो नगर की निचली बस्तियों में जलभराव होने के हालात निर्मित हो जाते हैं. पंडित घाट पर बना पुल से टकराकर पानी आता है तो बह निचली बस्तियों में पानी भर जाता है. सुबह 6 बजे बस्तियों में पानी भरना शुरू हुआ जो बढ़ता जा रहा है. प्रशासन से गुजारिश और निवेदन है कि आने वाले समय में पुल को तोड़ा जाए क्योंकि पुल से टकराने से बस्तियों में पानी भर रहा है.पुराने समय का जो पंडित घाट पर पुल बन रहा है उसको तोड़ा जाए जिससे यह हालात न हो.

 

श्योपुर में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। गुरुवार की सुबह से शुरू हुई बारिश ने रात में तेज रूप ले लिया। इससे नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है।श्योपुर-सवाईमाधोपुर नेशनल हाईवे 552 पर बोदल की पुलिया टूट गई है.इससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं.शहर में सीप नदी का जलस्तर बढ़ने से किला रोड, हरिजन बस्ती और गुप्तेश्वर मंदिर क्षेत्र समेत कई निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है.लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है.

 

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